2 साल से नही मिला एक भी पैसा वहीं, महावितरण से मिलने वाली बिजली सस्ती होने के कारण तीनों कंपनियों अडानी इलेक्ट्रिसिटी, बेस्ट और टाटा पावर ने अपनी सुविधा अनुसार इस बिजली का उपयोग किया है। इसके बावजूद महावितरण को पिछले 2 साल से एक भी पैसा नहीं मिला है। अब पैसे की वसूली के लिए बिजली आयोग के पास याचिका दायर करने की बात महावितरण के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पीएस पाटील ने कही है।
15 को होगी सुनवाई मुंबई की तीनों बिजली कंपनियों में महावितरण के 4200 करोड़ रुपए बकाया हैं। इसकी वसूली एसएलडीसी के माध्यम से होना आवश्यक था लेकिन, ऐसा नहीं हो पाने की वजह से महावितरण ने बिजली आयोग से बकाया पैसों के भुगतान का अडानी, टाटा और बेस्ट को आदेश देने की मांग की है। इस पर 15 जनवरी को आयोग के सामने सुनवाई होनी है।