अप्रैल-मई की गर्मियों में राज्य में बेमौसम बारिश के कारण फसलों को बड़ा नुकसान हुआ। विदर्भ समेत महाराष्ट्र के कई हिस्सों के किसानों को मई महीने में भी बेमौसम बारिश का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। कुछ जिलों में भीषण गर्मी से लोग परेशान है। इन सबके बीच लगातार मौसम में बदलाव के चलते एक बार फिर बेमौसम बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
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दरअसल, महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में अभी से प्री-मानसून बारिश ने दस्तक देनी शुरू कर दी है। मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, मुंबई, कोंकण तटीय क्षेत्रों के निवासियों को अभी राहत नहीं मिलेगी क्योकि हवा में नमी अभी कम नहीं हुई है। जबकि अगले 48 घंटों में राज्य के अधिकतर हिस्सों में बारिश होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। मौसम विभाग (IMD) के पूर्वानुमान के अनुसार, मराठवाड़ा, विदर्भ में अगले 48 घंटों में बारिश का जोर बढ़ेगा। आईएमडी के मुताबिक, पुणे, अहमदनगर, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर, सतारा, सांगली, सोलापुर, बीड, नांदेड, उस्मानाबाद, भंडारा, लातूर, अमरावती, चंद्रपुर, गोंदिया, वर्धा, गढ़चिरौली, यवतमाल में आंधी-बिजली के साथ हलकी से मध्यम बारिश हो सकती है। इस दौरान गर्मी कम होगी और हवा में नमी बढ़ेगी। इससे पहले रविवार को हिंगोली, भंडारा, गोंदिया, नागपुर समेत आसपास के इलाकों में बेमौसम बारिश हुई। इस दौरान कहीं-कहीं ओले पड़े और गरज के साथ बारिश हुई।
महाराष्ट्र में मॉनसून की होगी लेट एंट्री!
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून जिस रफ्तार से आगे बढ़ रहा है, उससे यही लग रहा है कि महाराष्ट्र में इसके आने में अभी कई दिन लगेंगे। मुंबई समेत महाराष्ट्र में मानसूनी बारिश की भविष्यवाणी और आगे खिसक गई है। मौसम विशेषज्ञों और भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों ने कहा इस साल केरल में मॉनसून (Kerala Monsoon Onset) की शुरुआत में देरी होने से महाराष्ट्र में इसके पहुंचने और फिर राज्यभर को कवर करने में 4-5 दिनों की देरी हो सकती है।
मॉनसून आमतौर पर 7 जून के आसपास दक्षिण महाराष्ट्र में प्रवेश करता है, जबकि यह 15 जून तक पूरे राज्य को कवर कर लेता है। लेकिन वर्तमान परिस्थियों को देखते हुए इस साल पूरे महाराष्ट्र में मॉनसून के पहुंचने में लगभग 4-5 दिन की देरी होने की संभावना है। यानी मुंबई में मॉनसून आमतौर पर 10 जून को दस्तक देता है, लेकिन इस साल देरी के साथ 15 जून के आसपास पहुंच सकता है।