आईएमडी ने भारत के मध्य, पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में 13 से 18 मार्च तक मध्यम से व्यापक वर्षा के साथ सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और संबद्ध प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव में प्री-मॉनसून गतिविधियों की शुरूआत की भविष्यवाणी की। इससे फसलो को नुकसान का खतरा मंडरा रहा है।
यह भी पढ़ें
Mumbai AQI : मुंबई में नहीं सुधर रही हवा की गुणवत्ता, एक्शन में आई बीएमसी, 1 अप्रैल से लागू होंगे सख्त प्रतिबंध
दक्षिण मध्य प्रदेश, विदर्भ और मराठवाड़ा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और उत्तरी कर्नाटक में बिजली गिरने और गरज के साथ बारिश होगी। 15 और 16 मार्च को मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि की भी संभावना है। खासकर महाराष्ट्र में किसानों के लिए बारिश बड़ा खतरा है। इस महीने की शुरुआत में राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कई जिलों में बेमौसम बारिश और गरज के साथ बारिश ने फसल को नुकसान पहुंचाया। मार्च महीने में बेमौसम बरसात व ओलावृष्टि ने अब तक 14 हजार हेक्टेयर से ज्यादा फसल को नुकसान पहुंचाया है। इसलिए किसानों को अभी सावधान रहने की चेतावनी दी गई है। बता दें कि बीते कुछ दिनों में राज्य में हुई बेमौसम बारिश से गेहूं, आम, प्याज व अन्य फसलें प्रभावित हुई हैं। अंगूर, केले, आम आदि फलों की खेती को भारी नुकसान हुआ है।