जानकारी के मुताबिक, जिला परिषद स्कूलों के लिए पहले चरण में 101 शिक्षकों का चयन किया जा चुका है। जबकि इस सप्ताह अंतिम निर्णय लिया जा सकता है और उन्हें नियुक्ति पत्र सौंपे जा सकते है। दरअसल छात्रों की पढ़ाई का नुकसान न हो इसलिए सेवानिवृत्त शिक्षकों को अस्थायी तौर पर नियुक्त किया जा रहा है। इस फैसले का शिक्षक संघ खूब विरोध कर रहे है।
पहले चरण में 187 आवेदन मिले
जालना के शिक्षा अधिकारी कैलास दातखील ने कहा, सरकार के फैसले के मुताबिक सेवानिवृत्त शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रथम चरण में 187 सेवानिवृत्त शिक्षकों के आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें 127 सेवानिवृत्त शिक्षकों को दस्तावेजों के सत्यापन के लिए बुलाया गया था। इनमें से 104 सेवानिवृत्त शिक्षक दस्तावेज सत्यापन में शामिल हुए। इसमें शिक्षा विभाग की ओर से 101 शिक्षकों का चयन किया गया है।
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राज्य सरकार के निर्णय के अनुसार, जिला परिषद स्कूलों व सहायता प्राप्त स्कूलों में सेवानिवृत्त शिक्षकों को अनुबंध के आधार पर भर्ती किया जा रहा है। इस दौरान उन्हें हर महीने 20 हजार रुपये पारिश्रमिक दी जाएगी।पहले चरण में 187 आवेदन मिले
जालना के शिक्षा अधिकारी कैलास दातखील ने कहा, सरकार के फैसले के मुताबिक सेवानिवृत्त शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रथम चरण में 187 सेवानिवृत्त शिक्षकों के आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें 127 सेवानिवृत्त शिक्षकों को दस्तावेजों के सत्यापन के लिए बुलाया गया था। इनमें से 104 सेवानिवृत्त शिक्षक दस्तावेज सत्यापन में शामिल हुए। इसमें शिक्षा विभाग की ओर से 101 शिक्षकों का चयन किया गया है।
सेवानिवृत्त शिक्षकों से नियुक्ति के समय छात्रों को पढ़ाने, समय पर कोर्स पूरा करने और स्कूल की सभी गतिविधियों को संचालित करने के संबंध में लिखित प्रतिज्ञापत्र लिया जाएगा।
रिटायर शिक्षकों की नियुक्ति स्थायी नहीं- मंत्री
स्कूली शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर (Deepak Kesarkar) ने पिछले महीने कहा था कि शिक्षकों की भर्ती विभिन्न वजहों से समय पर नहीं हो सकी। इसमें कोर्ट का स्थगन का आदेश भी एक वजह है। इस बीच जिलों में शिक्षकों के तबादले भी हुए हैं। इसके चलते कई जगहों पर शिक्षकों के पद खाली हो गए है। इन रिक्तियों के कारण छात्रों का नुकसान न हो इसके लिए अस्थायी व्यवस्था के तौर पर रिटायर शिक्षकों को मौका दिया जा रहा है। हालांकि यह कोई परमानेंट नियुक्ति नहीं है, बस इन्हें नए शिक्षकों की नियुक्ति तक रखा जायेगा।
रिटायर शिक्षकों की नियुक्ति स्थायी नहीं- मंत्री
स्कूली शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर (Deepak Kesarkar) ने पिछले महीने कहा था कि शिक्षकों की भर्ती विभिन्न वजहों से समय पर नहीं हो सकी। इसमें कोर्ट का स्थगन का आदेश भी एक वजह है। इस बीच जिलों में शिक्षकों के तबादले भी हुए हैं। इसके चलते कई जगहों पर शिक्षकों के पद खाली हो गए है। इन रिक्तियों के कारण छात्रों का नुकसान न हो इसके लिए अस्थायी व्यवस्था के तौर पर रिटायर शिक्षकों को मौका दिया जा रहा है। हालांकि यह कोई परमानेंट नियुक्ति नहीं है, बस इन्हें नए शिक्षकों की नियुक्ति तक रखा जायेगा।