जानकारी के मुताबिक, साहिल नांदेड़कर बारहवीं (HSC) का छात्र था और साथ ही आईआईटी एंट्रेंस की तैयारी भी कर रहा था। वह पढ़ाई में बहुत होशियार था। फिलहाल साहिल के आत्महत्या करने की वजह स्पष्ट नहीं है। साहिल ने बेडरूम के शीशे पर लिखा, “मैंने इस ज़िंदगी और शरीर को एंजॉय किया। मैं रीस्टार्ट करना चाहता हूं, क्विट नहीं कर रहा।” स्कूल में पढ़ रहा साहिल आईआईटी एंट्रेस परीक्षा की तैयारी कर रहा था।
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उसने शुक्रवार को परिवार के सदस्यों और दोस्तों के साथ दशहरा मनाया, बाद में अपने माता-पिता के साथ रात का खाना खाया और हंसी मजाक किया। बाद में आधी रात के बाद उसने अपने माता-पिता को बताया कि वह पढ़ाई के लिए अपने कमरे में जा रहा है और चला गया।
शीशे पर लिखा सुसाइड नोट!
कथित तौर पर आत्महत्या करने से पहले किशोर ने अपने बेडरूम के शीशे पर लिखा, “मैंने इस जीवन और शरीर का आनंद ले लिया है। मैं फिर से शुरूआत करना चाहता हूं। मैं नहीं छोड़ रहा हूं।” उसने अंदर से दरवाजा बंद करने के बाद कमरे में लगे पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली। वेदांतनगर पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है और मामले की जांच कर रही है।
पिता ने बेटे को फंदे से लटका देखा
यह घटना रविवार सुबह करीब 6 बजे सामने आई जब डीसीपी नांदेड़कर सुबह की सैर के लिए उठे और हमेशा की तरह अपने बेटे को जगाने गए। लेकिन कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। कई बार दरवाजा खटखटाने और कॉल करने के बाद भी जब बेटे का जवाब नहीं मिला तो डीसीपी बंगले के बाहर गए और खिड़की से झांककर देखा तो वह फंदे से लटका हुआ था। उन्होंने तुरंत पुलिस और अपने परिवार के सदस्यों को सूचित किया। बाद में दरवाजा तोड़कर शव को नीचे उतारा गया। पुलिस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है।