मिली जानकारी के मुताबिक, यह कार्रवाई राज्य आबकारी विभाग की अधीक्षक संध्यारानी देशमुख की टीम ने की है। आरोपी किसान नंदकुमार बाबर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। आरोप है कि एक चौथाई एकड़ खेत में 4-4 फीट की दूरी पर गांजे का पेड़ लगाया गया था। गांजे की इस प्रकार की खेती देख छापेमारी करने आये करीब तीन दर्जन अधिकारी व पुलिसकर्मी भी दंग रह गए।
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अधिकारीयों को पता चला था कि मिरज तालुका के शिपूर गांव में 1 एकड़ में गांजे की खेती की गई है। मिरज उत्पादक शुल्क विभागा को गोपनीय सूचना मिली थी कि शिपूर में रहने वाले नंदकुमार बाबर ने 30 गुन्टों में 4-4 फीट की दूरी पर एक-एक गांजा का पेड़ लगाया है। तदनुसार, जिले के अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के साथ आबकारी विभाग ने लगभग 30 से 35 अधिकारियों और कर्मचारियों के दलबल के साथ तड़के छापेमारी की। इस दौरान 20 गुन्टों में पूर्ण विकसित गांजे के पौधे तथा 10 गुन्टों में गांजे के छोटे पौधे पाए गए।
गांजा के पौधों को उखाड़कर तौला गया। नंदकुमार बाबर के पास पांच एकड़ जमीन है। इसमें एक एकड़ गन्ना लगाया गया है। आरोपी ने गन्ने के बीच एक निश्चित अंतर पर गांजे का पेड़ लगाया ताकि किसी को पता न चले कि उसने गांजा उगाई है। मिरज तालुका में यह पहला ऑपरेशन है जहां भारी मात्रा में गांजा की फसल मिली है। फ़िलहाल मामले की जांच चल रही है।