सीताबर्डी और पंचशील चौक पर भारी जलभराव हुआ। फायर ब्रिगेड और राज्य आपदा मोचन बल को रेस्क्यू के लिए बुलाया गया। बारिश के पानी में घर का फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, दोपहिया वाहन सब बर्बाद हो गया। दुकानों में पानी घुसने से व्यापारियों को भी बड़ा नुकसान हुआ। उधर, नाग नदी (Nag River) की सुरक्षा दीवार ढहने से स्थिती और बिगड़ गयी। कई घर पूरी तरह से पानी में डूब गए।
घर में डूबने से मौत!
महेशनगर इलाके में पानी भर जाने के बाद जैसे ही एक महिला ने अपने घर का दरवाजा खोला, तेजी से पानी उसके घर में भर गया। जिससे अकेली रहने वाली मीराबाई कप्पूस्वामी पिल्ले (70) की डूबने से मौत हो गयी। ऐसा ही हादसा महेशनगर इलाके के एक और घर में हुआ। घर में बाढ़ का पानी घुसने से संध्या श्यामराव ढोरे (50) की भी मौत हो गई। संध्या और उनकी मां सयाबाई ढोरे (72) एक ही कमरे में रहती थीं। परिजनों ने संध्या को एक बिस्तर बिठाया था। हालांकि, पानी का स्तर तेजी से बढ़ने से वह डूब गयीं।
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घर में डूबने से मौत!
महेशनगर इलाके में पानी भर जाने के बाद जैसे ही एक महिला ने अपने घर का दरवाजा खोला, तेजी से पानी उसके घर में भर गया। जिससे अकेली रहने वाली मीराबाई कप्पूस्वामी पिल्ले (70) की डूबने से मौत हो गयी। ऐसा ही हादसा महेशनगर इलाके के एक और घर में हुआ। घर में बाढ़ का पानी घुसने से संध्या श्यामराव ढोरे (50) की भी मौत हो गई। संध्या और उनकी मां सयाबाई ढोरे (72) एक ही कमरे में रहती थीं। परिजनों ने संध्या को एक बिस्तर बिठाया था। हालांकि, पानी का स्तर तेजी से बढ़ने से वह डूब गयीं।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने फोन पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा की। उन्होंने भारी बारिश से प्रभावित क्षेत्रों के नागरिकों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने आज बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा भी किया और प्रशासन को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए।
7-8 घंटे में 170 मिमी बारिश!
वहीं, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने नागपुर के बाढ़ प्रभावित अंबाझरी (Ambazari) क्षेत्र का दौरा किया। गडकरी ने कहा, 170 मिमी बारिश महज 7-8 घंटे के अंदर हुई। यह एक संकट है। फिर भी व्यवस्था ऐसी चाहिए जिससे लोगों को समस्या न हो। नाग नदी पर जेआईसीए (JICA) प्रोजेक्ट में ये विकास होने वाला है। यहां ड्रेनेज और सीवर सिस्टम की योजना बनाई गई है।