ज्ञात हो कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ने कहा कि साल 2019 में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र की जनता के पीठ में खंजर घोंपा था। अब वही फल उन्हें मिल रहा है। उन्होंने लोगों के साथ क्या किया। उस तरह का विश्वासघात उनके साथ भी ऐसा ही हो रहा है। उन्हें नेता, विधायक और सांसद छोड़कर चले गए हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे उद्धव ठाकरे के साथ सहानुभूति है, लेकिन यह उनके अपने कर्मों का परिणाम है। वे बोले कि भाजपा के साथ गठबंधन कर महाराष्ट्र और बिहार में जिनके खिलाफ चुनाव लड़ा गया उनके साथ सरकार बनाई गई। मिश्रा ने सवाल पूछा कि इसमें भाजपा की भूमिका कहां गलत है? वे बोले कि बिहार में नीतीश कुमार को बीजेपी ने नहीं हटाया है।
मिश्रा ने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी कभी भी चुनाव की तैयारी नहीं करती है। उन्होंने कहा कि चुनाव हमारे लिए महत्वपूर्ण नहीं हैं, लेकिन हमारा उद्देश्य लोगों के लिए सुविधाएं सृजित कर आने वाली पीढ़ी को एक बेहतर देश सौंपना है। नड्डा के बयान पर भी उन्होंने सफाई दी है। वे बोले कि उन्होंने क्षेत्रीय दलों को खत्म करने के लिए बयान नहीं दिया था। बल्कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि जो लोग इस देश की प्रगति नहीं देखना चाहते हैं। बीजेपी की लोकप्रियता जिन्हें पसंद नहीं है वे लोग यह आरोप लगा रहे हैं कि ईडी, सीबीआई आदि संस्थानों का दुरुपयोग किया जा रहा है। वे बोले कि 8 साल में एक लाख करोड़ से ज्यादा की संपत्ति सीज की गई। जिनके पास यह संपत्ति थी वह अवैध थी।