राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता अजित पवार के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सांसद संजय राउत ने कहा “अगर शरद पवार मेरी विश्वसनीयता पर संदेह करेंगे, तभी मैं इस पर ध्यान दूंगा। मैं केवल शरद पवार की बात सुनूंगा।“ मालूम हो कि मंगलवार को अजित पवार ने बिना संजय राउत का नाम लेते हुए कहा था कि कुछ लोग दूसरे दल के होते हुए एनसीपी के प्रवक्ता बन रहे हैं, उनसे यहीं कहना है कि वह अपने दल की बात करें। राउत के इस बयान पर संजय राउत खफा हुए है।
क्यों शुरू हुआ विवाद?
अजित पवार ने कहा, “कोई बाहरी हमारी पार्टी की पैरवी न करे। एनसीपी के प्रवक्ता हमारी पार्टी के बारे में बात करने में सक्षम है। आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में संजय राउत ने पवार के बयान की आलोचना की।
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कुछ दिनों पहले संजय राउत ने दावा किया था कि महाराष्ट्र में ऑपरेशन लोटस चल रहा है, जिसके तहत बीजेपी अजित पवार समेत एनसीपी के कुछ विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही है। हालांकि अजित पवार ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी कि वह एनसीपी में ही रहेंगे। इस दौरान उन्होंने संजय राउत का नाम लिए बिना उनसे जुड़ी बयानबाजी करने के लिए फटकारा था।क्यों शुरू हुआ विवाद?
अजित पवार ने कहा, “कोई बाहरी हमारी पार्टी की पैरवी न करे। एनसीपी के प्रवक्ता हमारी पार्टी के बारे में बात करने में सक्षम है। आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में संजय राउत ने पवार के बयान की आलोचना की।
पवार के बयान से नाराज राउत ने कहा, “मैं महाविकास अघाडी (MVA) का चौकीदार हूं। एमवीए की वकालत करने के लिए आप मुझे क्यों कोस रहे हैं? एमवीए में हर दल मजबूत रहे, वह टूटे नहीं यही मेरी भूमिका होती है। जब शिवसेना में फूट पड़ी तो आपने हमारी भी पैरवी की थी। अगर कोई मुझे सच बोलने के लिए निशाना भी बनाता है, तो भी मैं पीछे नहीं हटूंगा, मैं सच बोलता रहूंगा।
अजित पवार पर साधा निशाना
राज्यसभा सांसद संजय राउत ने आगे कहा, “मैंने ऑपरेशन लोटस के बारे में बोला तो बीजेपी को नाराजगी होनी चाहिए। किसी और को इस पर नाराज नहीं होना चाहिए। अजित पवार को जवाब देना चाहिए कि बीजेपी एनसीपी को बांटने की कोशिश कर रही है या नहीं।“
अजित पवार पर साधा निशाना
राज्यसभा सांसद संजय राउत ने आगे कहा, “मैंने ऑपरेशन लोटस के बारे में बोला तो बीजेपी को नाराजगी होनी चाहिए। किसी और को इस पर नाराज नहीं होना चाहिए। अजित पवार को जवाब देना चाहिए कि बीजेपी एनसीपी को बांटने की कोशिश कर रही है या नहीं।“