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नवाब मलिक पर शीतयुद्ध! एक मौका और ‘महायुति’ पर टूट पड़ा विपक्ष, जानें किसने क्या कहा?

Nawab Malik: नवाब मलिक उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाडी सरकार में कैबिनेट मंत्री थे।

मुंबईDec 08, 2023 / 04:14 pm

Dinesh Dubey

नवाब मलिक के घर गए थे अजित पवार

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के विधायक नवाब मलिक को लेकर सियासी घमासान मच गया है। विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक की एंट्री ‘महायुति’ के लिए सिरदर्द बन गई है। सत्र के पहले दिन वह सीधे सत्ता पक्ष की तरफ की बेंच पर बैठे। जिसपर विपक्ष एकजुट होकर बीजेपी को घेरने लगा। आलोचना के बाद डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अजित पवार को पत्र लिखकर मलिक को गठबंधन में शामिल नहीं करने का अनुरोध किया। हालांकि मलिक इस पूरे घटनाक्रम पर चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन साफ है कि गठबंधन के नेता फिलहाल बैकफुट पर हैं।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने अजित दादा को लिखे पत्र में कहा, सत्ता आती है और जाती है, लेकिन देश महत्वपूर्ण है। नवाब मलिक पर देशद्रोह के आरोप लगे है। उन्हें कोर्ट ने बरी नहीं किया है, बल्कि खराब स्वास्थ्य के चलते जमानत दी है। ऐसे में उन्हें (नवाब मलिक) महायुति में शामिल करना ठीक नहीं है। ‘महायुति’ में सत्तारूढ़ बीजेपी, सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) अजित पवार गुट शामिल हैं।
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महायुति में टेंशन!

उधर, विपक्ष का हमला और तेज होता गया। इस बीच, शिवसेना प्रमुख व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी फडणवीस के सुर में सुर मिला दिया। सीएम शिंदे ने कहा, गठबंधन में शामिल दलों को अपनी पार्टी कैसे चलानी चाहिए यह पूरी तरह से उस पार्टी का मामला है। लेकिन गठबंधन (महायुति) के सभी घटक दल राष्ट्रहित और जनहित के लक्ष्य के साथ एकजुट हुए हैं। इसलिए, डिप्टी सीएम फडणवीस ने जो कहा है, उससे शिवसेना पूरी तरह सहमत है। अजित दादा जनहित और जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए सही निर्णय लेंगे।
अजित पवार ने भी नवाब मलिक के मुद्दे पर अपना पक्ष रखा है। उन्होंने कहा, मुझे फडणवीस जी का पत्र मिला है। नवाब मलिक कल पहली बार सभागार में आये थे। उन्होंने अभी तक अपनी राय जाहिर नहीं की है। जब वें अपनी भूमिका स्पष्ट करेंगे तो मैं अपनी और पार्टी का रुख स्पष्ट करूंगा।

संजय राउत ने उठाये सवाल

इस मामले पर शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) सांसद संजय राउत ने कहा, “जब प्रफुल्ल पटेल यूपीए की सरकार में मंत्री थे तब इसी मुद्दे पर बीजेपी ने सोनिया गांधी पर सवाल उठाए थे… फडणवीस जी की पटेल के बारे में क्या राय है? हसन मुश्रीफ, अजित पवार, भावना गवली… ऐसे कितने ही नाम हम ले सकते हैं। आपने जिसके साथ सरकार बनाई है वह तो पूरी करप्ट पार्टी आपके साथ बैठी है तो सिर्फ नवाब मलिक के ऊपर हमला क्यों?”

हम मलिक के साथ- सुप्रिया सुले

वहीँ, एनसीपी (शरद पवार) सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, “बीजेपी ने नवाब मलिक के साथ जो किया वह गलत है… नवाब मलिक ने ड्रग माफिया के खिलाफ लड़ाई लड़ी। बीजेपी ‘भ्रष्ट जुमला पार्टी’ बन गई है और नवाब मलिक उन्हें बेनकाब करते रहें… व्यक्ति तब तक निर्दोष है जब तक वह दोषी साबित नहीं हो जाता…. तो फिर बीजेपी झूठे आरोप कैसे लगा सकती है? मुझे पूरा भरोसा है कि कोर्ट न्याय करेगा और नवाब मलिक को न्याय मिलेगा। हम उनके और उनके परिवार के साथ खड़े हैं।”

नवाब मलिक का साथ मंजूर नहीं- शेलार

वहीँ, बीजेपी नेता आशीष शेलार ने कहा, “बीजेपी ने इससे पहले भी अपनी भू्मिका स्पष्ट की थी। हमारे लिए देश प्रथम है। सत्ता आती है, जाती है लेकिन कुछ बिंदुओं पर हम समझौता नहीं कर सकते हैं। जिस प्रकार के आरोप नवाब मलिक पर लगे हैं, उन आरोपों को देखते हुए उनका समर्थन बीजेपी को मंजूर नहीं है…”

नवाब मलिक पर हैं गंभीर आरोप

उद्धव ठाकरे की सरकार में नवाब मलिक के पास अल्पसंख्यक, उद्यम और कौशल विकास का कैबिनेट मंत्रालय था। वह एनसीपी के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता होने के साथ ही पार्टी के मुंबई शहर के अध्यक्ष भी रहे हैं। नवाब मलिक को ईडी ने 23 फरवरी 2022 को गिरफ्तार किया था। मलिक पर अंडरवर्ल्ड डॉन और ग्लोबल टेररिस्ट दाऊद इब्राहिम से जुड़े सलीम पटेल और हसीना पारकर के गोवावाला कंपाउंड जमीन सौदे में गबन करने का आरोप है। नवाब मलिक पर मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज है और मामले की जांच ईडी कर रही है। ईडी ने उनकी करोड़ों की संपत्ति भी जब्त की है।

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