नितेश राणे ने मांग की कि एनआईए को अहमदनगर की घटना की भी जांच सौंप देनी चाहिए। जहां तक नूपुर शर्मा के मुद्दे का सवाल है, यह मामला बंद है। उनके द्वारा दिए गए बयान की निंदा की गई। लेकिन कब तक इस बयान का उपयोग हिंदुओं को निशाना बनाने के लिए किया जा रहा है। राणे ने पूछा कहा कि अतीत में, हिंदू देवी-देवताओं का उपहास किया जाता था, सोशल मीडिया पर हिंदू धर्म के खिलाफ अपमानजनक पोस्ट किए जाते थे। इसके बावजूद, किसी ने कभी किसी पर हमला नहीं किया। हिंदुओं ने हमेश संयम और धैर्य दिखाया है। बीजेपी विधायक नितेश राणे ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हिंदुओं पर ऐसे ही हमले जारी रहे, तो लोगों को उठना और इसका जवाब देना होगा।
बता दें कि बीजेपी विधायक नितेश राणे ने महाविकास अघाड़ी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार के शासन के दौरान हिंदुओं पर हमले निर्विरोध हुए। आज हमारे पास हिंदुत्व के लिए प्रतिबद्ध सरकार है। अहमदनगर के कर्जत में नूपुर शर्मा के समर्थन में मोबाइल पर स्टेटस लगाने के चलते युवक की बेरहमी से पिटाई की गई है। युवक की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस का कहना है कि युवक गंभीर रूप से घायल है और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने इस केस में कर्जत गांव से चार युवकों को गिरफ्तार किया है।
दूसरी तरफ औरंगाबाद में केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर करने के खिलाफ एआईएमआईएम के विरोध पर कड़ी आपत्ति जताई है। दानवे ने कहा कि एआईएमआईएम के इम्तियाज जलील (एमपी) शहर का नाम औरंगाबाद रखने के लिए क्यों लड़ रहे हैं, जिसका नाम मुगल शासक औरंगजेब के नाम पर रखा गया था? उन्होंने आगे कहा कि मैं इम्तियाज जलील से पूछना चाहता हूं, क्या आप अपने बच्चे का नाम औरंगजेब के नाम पर रखना पसंद करेंगे? अगर नहीं तो आप इसके लिए क्यों लड़ रहे हो?