नवनीत राणा ने कहा, उद्धव ठाकरे कहते है कि उनके पिता की चोरी हुई, लेकिन उनके पिता की चोरी नहीं हुई है, उन्होंने अपने पिता के जिन विचारों को नजरअंदाज कर दिया हैं, उन्हें आगे आगे ले जाने का काम शिंदे समूह कर रहा है. राणा ने दशहरा रैली को लेकर भी उद्धव ठाकरे पर हमला बोला है। उन्होंने दावा किया कि लोगों को जबरन उद्धव ठाकरे की दशहरा रैली में लाया जाएगा, जबकि हिंदुत्व और बालासाहेब के विचारों को सुनने के लिए लोग एकनाथ शिंदे की सभा में उमड़ेंगे।
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आगे बोलते हुए नवनीत राणा ने कहा “उद्धव ठाकरे एक अपरिपक्व राजनेता हैं, उनके बयान से यह नहीं लगता है कि वे कोई परिपक्व नेता हैं। उद्धव ठाकरे बालासाहेब के बेटे ऐसा लगता भी नहीं हैं। बालासाहेब को जो मिला उसका दस प्रतिशत भी उद्धव ठाकरे को नहीं मिला। नवनीत राणा ने आलोचना करते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे और उनकी पत्नी रश्मि ठाकरे जमीन पर रहकर संघर्ष नहीं कर सकते है। गौरतलब हो कि जून महीने में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के अधिकतर विधायकों ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दिया था, जिससे उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए (MVA) सरकार गिर गई। एमवीए में शिवसेना के साथ एनसीपी और कांग्रेस भी हिस्सा थे। जिसके बाद शिंदे ने मुख्यमंत्री के रूप में और देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शिवसेना में विभाजन के बाद पहली दशहरा रैली होने वाली है, जिसमें उद्धव खेमा व शिंदे खेमा मुम्बई में ही अलग-अलग रैलियां करेंगे।