I.N.D.I.A के मंच पर ममता बनर्जी को नहीं मिली कुर्सी… नाराज होकर गईं! फडणवीस का दावा
पिछले 29 अगस्त से आरक्षण की मांग को लेकर मराठा मार्चा के संयोजक मनोज जरांगे समेत 10 लोग धरने पर बैठे थे। लेकिन मनोज जरांगे पाटिल की हालत बिगड़ गई। इसके चलते उनसे अनशन खत्म करने का अनुरोध किया गया। लेकिन उन्होंने अपनी भूख हड़ताल वापस नहीं ली। इसके बाद आज पुलिस ने यह कार्रवाई की।क्यों हुआ हंगामा
पुलिस ने आज भूख हड़ताल पर बैठे प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में तीखी बहस शुरू हो गयी। स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। फिर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव भी किया। इसके बाद पुलिस ने आक्रामक प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए हवा में गोलियां चलाईं। इससे स्थल पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गयी।
एक दर्जन पुलिसकर्मी जख्मी
मराठा प्रदर्शनकारियों के पथराव में 10 से 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। खबर है कि इस घटना से नाराज मराठा समुदाय के लोगों ने धुले-सोलापुर हाईवे पर कई गाड़ियों में आग लगा दी है। पुलिस के लाठीचार्ज के बाद बीड में बंद बुलाया गया है। हालांकि अभी तक बंद की आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।