रत्नागिरी जिला परिषद स्कूलों का पतन चिंता का विषय बना हुआ है। दरअसल, रत्नागिरी जिला परिषद के 1345 प्राइमरी स्कूल ऐसे हैं, जहां कुल छात्रों की संख्या 0 से 20 के बीच है। वहीं, करीब 249 स्कूल ऐसे हैं, जहां छात्रों की संख्या 0 से 5 के बीच है। राज्य सरकार छात्रों की संख्या, स्वीकृत टीचर्स और गैर-शिक्षण स्टाफ की संख्या, एक्स्ट्रा टीचर्स के समायोजन, 0 से 20 स्टूडेंट्स वाले स्कूलों की संख्या, बंद किए गए स्कूलों और कम आय वाले स्कूलों को बंद करने की चर्चा पर डेटा जुटा रही है।
पहले भी कुछ स्कूलों के छात्रों कोसरकार द्वारा निकटतम स्कूल में समायोजित किया जाता था। बता दें कि रत्नागिरी जिले के पहले ही 28 स्कूलों को बंद किया जा चूका हैं। फिलहाल जिला परिषद की पहली से 8वीं कक्षा के 2446 स्कूल में 72 हजार से ज्यादा छात्र हैं। क्वालिटी के बावजूद, कई स्कूलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। ऐसे में इन्हें बनाए रखने के लिए प्रशासन के साथ-साथ शिक्षकों को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।
छात्रों की संख्या के हिसाब स्कूलों की सूची: महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में करीब 1446 प्राइमरी स्कूल ऐसे हैं, जहां छात्रों की संख्या 0 से 20 है। वहीं, 249 स्कूल ऐसे हैं, जहां 0 से लेकर 5 छात्र पढ़ने आते हैं। 6 से 10 छात्रों वाले 420 स्कूल हैं। 11 से 15 छात्र वाले 392 स्कूल और 16 से 20 छात्र वाले करीब 285 स्कूल हैं। जिले में 1148 स्कूल ऐसे हैं, जहां 20 से अधिक छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। इस दौरान एजुकेशन डिपार्टमेंट ने बताया कि रत्नागिरी जिला परिषद प्राथमिक शिक्षा विभाग को अभी तक कम आय वाले स्कूलों को बंद करने के संबंध में कोई भी चिठ्ठी नहीं मिला है।