अधिकारी ने आगे कहा कि पूछताछ के दौरान आरोपी शिवम पांडेय ने बताया कि उसने फर्जी प्रमाण पत्र बनाया है। एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए आरोपी ने एक सर्टिफिकेट/परमिट की कॉपी ली थी और उस पर अपना और अपनी एजेंसी का नाम डालकर उसे बदला था।
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बता दें कि पुलिस अधिकारी ने कहा कि ठाणे के पुलिस आयुक्त के साइन और उस पर अन्य विवरण भी फर्जी हैं। आरोपी ने बाद में परमिट की मनगढ़ंत प्रति एक दोस्त को भेज दी, जिसने इसे उसके लिए प्रिंट करवा लिया। पुलिस ने इस मामले में प्रयुक्त एक लैपटॉप, मोबाइल फोन और अन्य उपकरण बरामद किए हैं। आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था। चैन-स्नैचरों को किया गिरफ्तार: दूसरी तरफ मुंबई पुलिस की एक टीम ने दो आरोपियों को पकड़ने के लिए एक अलग तरह का प्लान तैयार किया। सोमवार को बाइक सवार चेन-स्नैचरों को ट्रैक करने से पहले तीन दिनों तक पुलिस ने फूड डिलीवरी एजेंट बनकर संदिग्ध इलाकों में गश्त की। एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने मुंबई और आसपास के इलाकों में 200 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाली और चेन स्नैचर्स को गिरफ्तार किया।