उद्धव ठाकरे गुट की पार्टी को चुनाव चिन्ह धनुष-बाण की जगह मशाल मिलने को लेकर युवा नेता आदित्य ठाकरे ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा हैं। उन्होंने कहा है कि 40 गद्दार हमारा नाम हमसे छीनने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन हमारे सिद्धांतों को नहीं छीन सकते। इन 40 गद्दारों ने दिखा दिया कि राजनीति कितनी गंदी हो सकती है। वे इस्तीफा देकर उस पार्टी में जा सकते थे, जहां वह जुड़े हैं। उन लोगों ने जो किया है, वह केवल शिवसेना ही नहीं बल्कि लोकतंत्र को धोखा है।
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बता दें कि इसके साथ ही आदित्य ठाकरे ने गुजरात के बिलकिस बानो रेप केस के दोषियों को रिहा करने पर बीजेपी और गुजरात सरकार पर भी खुलकर हमला बोला हैं। उन्होंने कहा कि क्या बलात्कार का जश्न मनाया जा सकता है। एक चैनल ने बातचीत के दौरान आदित्य ठाकरे से पूछा गया कि दहशरे रैली में उद्धव ठाकरे ने बिलकिस बानो के दोषियों को छोड़ने का जिक्र किया, शिवसेना पर आरोप ये लग रहा है कि शिवसेना सेकुलर हो रही है। साल 2014 के बाद शिवसेना शामिल होने का प्रयास कर रही है। जिस पर जवाब देते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि जो मैंने मेरे दादा जी से हिन्दुत्व सीखा है उसमें कभी नहीं कहा गया कि बलात्कारी का पूजा करो। जो भी बलात्कारी हो उसे फांसी पर चढ़ाओ, यही मेरे दादा जी का हिन्दुत्व था। चाहे वो किसी भी धर्म का हो। जो बलात्कारी होता है उसका धर्म, प्रांत, जाति, भाषा नहीं देखना चाहिए। सीधे उसे फांसी दी जानी चाहिए। यहीं हमारी न्याय व्यवस्था भी कहती है।
आदित्य ठाकरे ने आगे कहा कि जब हमारे धर्म के खिलाफ कोई आएगा तो हम सामने आएंगे। लेकिन हमारा धर्म ये भी कहता है सबकी सेवा भी करो। हमारा हिन्दुत्व कहता है सब को साथ लेकर आगे बढ़ो। हिन्दुत्व की बात आती है तो शायद ही पूरे देश में किसी व्यक्ति ने अयोध्या का उतना दौरा नहीं किया जितना उद्धव ठाकरे ने किया। हमारा हिन्दुत्व थोड़ा अलग है। हम बिना नफरत फैलाए अपना काम करते हैं।