विपक्ष के एक नेता ने कहा कि शिंदे सरकार ने उन किसानों को अनदेखा कर दिया है, जिन्होंने भारी बारिश की वजह से अपनी फसल खो दी है। सरकार की वैधता भी संदेह के घेरे में है और इस पर कानूनी रूप से बहस की जा रही है। आपको बता दें कि बुधवार को सुबह 11 बजे शुरू हुआ मानसून सत्र 25 अगस्त तक चलेगा।
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बता दें कि विपक्ष शिंदे सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह “असंवैधानिक” है। विपक्ष के नेता अजित पवार इससे पहले कह चुके हैं कि जिस प्रकार से शिंदे सरकार सत्ता में आई है, उससे हमारा मानना है कि ये सरकार निर्धारित संवैधानिक नियमों के अनुसार नहीं बनी है। इससे जुड़ी याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला लंबित है। व्हिप को लेकर आमने-सामने: राज्य में शिंदे सरकार बनने के बाद पहला मानसून सत्र आज से शुरू हुआ है। इस अधिवेशन में एक बार फिर ठाकरे खेमे और शिंदे गुट आमने-सामने आ गए हैं। लेकिन, शिंदे खेमे ने पार्टी कार्यालय पर टकराव से बचने के लिए सातवीं मंजिल पर एक अलग कार्यालय स्थापित किया है। इस सत्र के अवसर पर ठाकरे गुट और शिंदे खेमे के बीच व्हिप जारी करने को लेकर दावे और प्रतिवाद किए जा रहे हैं। सुनील प्रभु ने कहा है कि हमारे द्वारा जारी किया गया व्हिप शिवसेना के सभी विधायकों पर लागू होगा। मुझे नियमानुसार इस पद पर नियुक्त किया गया है। व्हिप राज्य के सीएम एकनाथ शिंदे पर भी लागू किया जाएगा।