भारत मौसम विज्ञान विभाग, पुणे (IMD Pune) के मौसम पूर्वानुमान विभाग के प्रमुख अनुपम कश्यपी (Anupam Kashyapi) ने कहा, “नवीनतम पूर्वानुमान के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के ऊपर हवा का पैटर्न अगले 5-7 दिनों में अधिक क्षेत्रों में पश्चिमी दिशा में मुड़ने की संभावना है। संकेत मिल रहे हैं कि 2-8 जून के आसपास अरब सागर और बंगाल की खाड़ी दोनों शाखाएं और मजबूत होंगी, जो मॉनसून के लिए अच्छे संकेत है। लेकिन फिर भी 8 जून तक महाराष्ट्र में अधिक बारिश नहीं होगी।”
उन्होंने कहा, “इसके बाद दोनों शाखाएं और मजबूत होंगी, जिससे मॉनसून 9-15 जून तक कोंकण-गोवा और दक्षिण-मध्य मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों को कवर करते हुए दक्षिण महाराष्ट्र में प्रवेश करेगा। आमतौर पर इस अवधि की मॉडल सटीकता कम होती है। लेकिन विस्तारित रेंज पूर्वानुमान (Extended Range Forecast) में यही बात पता चली है।”
उन्होंने कहा कि पूर्वानुमान के अनुसार मानसून के 16-22 जून के दौरान महाराष्ट्र के अधिकांश हिस्से को कवर करने की संभावना है। कश्यप ने कहा, मुंबई और पुणे में मॉनसून कब दस्तक देगा, इसकी तारीखों का सही पता केरल में मॉनसून के पहुंचने के बाद चलेगा।
मॉनसून आमतौर पर 7 जून के आसपास दक्षिण महाराष्ट्र में प्रवेश करता है, जबकि यह 15 जून तक पूरे राज्य को कवर कर लेता है। लेकिन वर्तमान परिस्थियों को देखते हुए इस साल पूरे महाराष्ट्र में मॉनसून के पहुंचने में लगभग 4-5 दिन की देरी होने की संभावना है। यानी मुंबई में मॉनसून आमतौर पर 10 जून को दस्तक देता है, लेकिन इस साल देरी के साथ 15 जून के आसपास पहुंच सकता है।
एक अन्य भारतीय मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि मॉनसून सामान्य रूप से 8 जून के आसपास दक्षिणी महाराष्ट्र में पहुंचता है। हालंकि इस साल केरल में मॉनसून के आगमन में लगभग चार दिन की देरी होने वाली है और पूर्वानुमान बताते हैं कि यह देरी आगे भी जारी रहेगी। इसलिए मॉनसून के 8 जून के बाद ही महाराष्ट्र पहुंचने की संभावना है, जिसके कारण तब तक सभी को गर्मी का सामना करना पड़ेगा।
Monsoon का देर से होगा आगमन, कई दिनों से एक ही जगह अटका मॉनसून, IMD ने दी ये जानकारी-