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मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि मॉनसून आने की 31 मई की तारीख को जल्दी नहीं कह सकते है। क्योंकि यह सामान्य तारीख के करीब है। केरल में मॉनसून की शुरुआत की सामान्य तारीख 1 जून है। मॉनसून के लिए परिस्थितियां अनुकूल
पिछले साल अल नीनो (El Nino) का असर मॉनसून पर पड़ा था। इस साल इसका प्रभाव नहीं के बराबर हैं। वहीँ, ला नीना (La Nina) अब हिंद महासागर में सक्रिय हो गया है। इसके चलते इस साल अच्छे मॉनसून के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। मॉनसून की गतिविधियाँ दक्षिण बंगाल की खाड़ी, निकोबार द्वीप समूह और दक्षिण अंडमान सागर में दिखने लगी है। मौसम विभाग ने पहले ही इस साल औसत से ज्यादा बारिश की भविष्यवाणी की है। आईएमडी के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के 31 मई तक केरल पहुंचने की संभावना है। जबकि जून से सितंबर तक सामान्य से अधिक वर्षा की उम्मीद है। आईएमडी ने देश में 106 फीसदी बारिश की संभावना जताई है।
मुंबई में कब होगी मॉनसून की एंट्री?
इस साल, मॉनसून के 19 मई को अंडमान और निकोबार में प्रवेश करने की भविष्यवाणी की गई है। उसके बाद अगले 10 दिनों में केरल में मॉनसून आ जाएगा। आमतौर पर मॉनसून के केरल पहुंचने के बाद वह महाराष्ट्र की ओर बढ़ने लगता है और 4 दिनों में मॉनसून के केरल से महाराष्ट्र में प्रवेश करने की उम्मीद होती है। आम तौर पर महाराष्ट्र में मॉनसून 7 से 10 जून के बीच पहुंचता है। महाराष्ट्र के तल कोंकण में मॉनसून के दस्तक देने के बाद मुंबई-पुणे में प्री-मॉनसून बारिश शुरु हो जाती है। मुंबई और पुणे में मॉनसून की आधिकारिक शुरुआत की तारीख क्रमशः 11 जून और 10 जून है। जबकि मॉनसून 15 जून तक पूरे महाराष्ट्र को कवर कर लेता है। मॉनसूनी बारिश को लेकर मौसम विभाग का दूसरा पूर्वानुमान मई के अंत में आएगा।