मौसम विभाग के मुताबिक, आज (31 मई) मानसून के मालदीव द्वीप समूह, कमोरियन क्षेत्र और बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और अरब सागर के कुछ हिस्सों में अगले 2-3 दिनों में प्रवेश करने के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं। आईएमडी के अनुसार, मॉनसून की इस रफ्तार को देखते हुए केरल और तमिलनाडु में 1 जून के आसपास और कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और उत्तर-पूर्व में 5 जून से मानसूनी बारिश शुरू होने की संभावना है। जबकि 10 जून तक महाराष्ट्र और तेलंगाना में मॉनसून दस्तक दे सकता है।
70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
आगे बढ़ते मॉनसून के प्रभाव से अगले 5 दिनों तक पूरे उत्तर-पश्चिम भारत में 50-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। कहीं-कहीं बादलों की गर्जना के साथ बारिश भी हो सकती है। खासकर राजस्थान, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश भी हो सकती है। इस बीच, उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश स्थानों पर अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहेगा। हालांकि 1 से 3 जून के बीच बिहार समेत गंगा के मैदानी इलाकों में लू चलने की भविष्यवाणी की गई है।
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वहीँ, 15 जून से गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में मॉनसून की बारिश शुरू होने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि 20 जून से राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में बारिश शुरू हो जाएगी, जबकि मानसून का यह दौर 8 जुलाई तक जारी रहेगा।70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
आगे बढ़ते मॉनसून के प्रभाव से अगले 5 दिनों तक पूरे उत्तर-पश्चिम भारत में 50-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। कहीं-कहीं बादलों की गर्जना के साथ बारिश भी हो सकती है। खासकर राजस्थान, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश भी हो सकती है। इस बीच, उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश स्थानों पर अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहेगा। हालांकि 1 से 3 जून के बीच बिहार समेत गंगा के मैदानी इलाकों में लू चलने की भविष्यवाणी की गई है।
महाराष्ट्र में मानसून का आगमन कब?
मॉनसून आमतौर पर 1 जून के आसपास केरल में प्रवेश करता है और जुलाई के मध्य तक पूरे देश को कवर कर लेता है। लेकिन इस साल केरल में मानसून की शुरुआत में थोड़ी देरी की संभावना है। वहीँ, मॉनसून आमतौर पर 7 जून के आसपास दक्षिण महाराष्ट्र में प्रवेश करता है, जबकि यह 15 जून तक पूरे राज्य को कवर कर लेता है। लेकिन वर्तमान परिस्थियों को देखते हुए इस साल पूरे महाराष्ट्र में मॉनसून के पहुंचने में लगभग 4-5 दिन की देरी होने की संभावना है। यानी मुंबई में मॉनसून आमतौर पर 10 जून को दस्तक देता है, लेकिन इस साल देरी के साथ 15 जून के आसपास पहुंच सकता है।
मुंबई में 6 जून तक ऐसा रहेगा मौसम का हाल-
मुंबई में कब होगी प्री-मानसून बारिश?
इस बीच, बढ़ती उमस और गर्मी के कारण मुंबईवासी परेशान है और बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे है। महाराष्ट्र की दहलीज पर पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि फिलहाल मुंबई में तापमान अधिक नहीं है, लेकिन उमस और कभी-कभी बादल छाए रहने से चिपचिपी गर्मी परेशानी का सबब बन गई है।
केरल में मानसून के 6-7 जून के आसपास दस्तक देने की संभावना है। हालांकि इसके 11-12 जून तक धीरे-धीरे उत्तर की ओर दक्षिण कोंकण (South Konkan) तक बढ़ जाएगा। जबकि मुंबई में मानसून की एंट्री 14-15 जून के आसपास संभव है, लेकिन यह अरब सागर में जून के दूसरे सप्ताह में बनने वाली मौसम की परिस्थियों पर निर्भर करता है। हालंकि मुंबई में 10 जून के बाद प्री मानसून की बौछारें पड़ने की संभावना है।
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