महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीकांत देशपांडे ने बताया कि महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में सबसे ज्यादा 91.02 फीसदी वोट कोंकण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में पड़े जबकि सबसे कम 49.28 प्रतिशत मतदान नासिक मंडल स्नातक सीट पर हुआ। उन्होंने कहा कि नासिक मंडल स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में 49.28 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जबकि अमरावती मंडल स्नातक सीट पर 49.67 प्रतिशत मतदान हुआ। औरंगाबाद, नागपुर और कोंकण मंडलों के शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों में क्रमशः 86 प्रतिशत, 86.23 प्रतिशत और 91.02 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
7 फरवरी को खत्म होगा कार्यकाल
महाराष्ट्र के उच्च सदन के पांच सदस्यों का कार्यकाल सात फरवरी को समाप्त हो रहा है जिसमें दो स्नातक और तीन शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के प्रतिनिधि हैं।
महाविकास आघाडी (एमवीए) के उम्मीदवार
औरंगाबाद शिक्षक निर्वाचन सीट- विक्रम काले (राकांपा)
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7 फरवरी को खत्म होगा कार्यकाल
महाराष्ट्र के उच्च सदन के पांच सदस्यों का कार्यकाल सात फरवरी को समाप्त हो रहा है जिसमें दो स्नातक और तीन शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के प्रतिनिधि हैं।
महाविकास आघाडी (एमवीए) के उम्मीदवार
औरंगाबाद शिक्षक निर्वाचन सीट- विक्रम काले (राकांपा)
नागपुर शिक्षक निर्वाचन सीट- सुधाकर अदबले (निर्दलीय) अमरावती स्नातक सीट- धीरज लिंगाडे (कांग्रेस) नासिक स्नातक सीट- शुभांगी पाटिल (निर्दलीय) कोंकण शिक्षक निर्वाचन सीट- बलराम पाटिल (निर्दलीय)
बीजेपी के उम्मीदवार
अमरावती स्नातक सीट- रणजीत पाटिल
बीजेपी के उम्मीदवार
अमरावती स्नातक सीट- रणजीत पाटिल
नागपुर शिक्षक निर्वाचन सीट- नागराव गनार कोंकण शिक्षक निर्वाचन सीट- ज्ञानेश्वर म्हात्रे औरंगाबाद शिक्षक निर्वाचन सीट- किरण पाटिल
नासिक स्नातक सीट से कांग्रेस के निलंबित नेता सत्यजीत तांबे निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि बीजेपी सत्यजीत का समर्थन कर रही है और वह मैदान में प्रबल दावेदार हैं।
दांव पर है सुधीर तांबे की किस्मत!
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के पूर्व अध्यक्ष बालासाहेब थोराट के रिश्तेदार सुधीर तांबे पिछले तीन कार्यकाल (18 वर्ष) से महाराष्ट्र विधान परिषद में नासिक डिवीजन स्नातक निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और पार्टी ने उन्हें फिर से नामित किया गया था। लेकिन उन्होंने चुनाव से हटने की घोषणा करते हुए अपने बेटे सत्यजीत को चुनाव लड़वा रहे है। सत्यजीत तांबे ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया। इसके बाद कांग्रेस ने तांबे को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया। जबकि कांग्रेस ने उनके पिता तथा 18 साल से विधान परिषद सदस्य सुधीर तांबे को भी निलंबित कर दिया था। दरअसल सुधीर तांबे ने नासिक स्नातक सीट से कांग्रेस का उम्मीदवार होने के बावजूद नामांकन पत्र नहीं भरा था।
नासिक स्नातक सीट से कांग्रेस के निलंबित नेता सत्यजीत तांबे निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि बीजेपी सत्यजीत का समर्थन कर रही है और वह मैदान में प्रबल दावेदार हैं।
दांव पर है सुधीर तांबे की किस्मत!
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के पूर्व अध्यक्ष बालासाहेब थोराट के रिश्तेदार सुधीर तांबे पिछले तीन कार्यकाल (18 वर्ष) से महाराष्ट्र विधान परिषद में नासिक डिवीजन स्नातक निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और पार्टी ने उन्हें फिर से नामित किया गया था। लेकिन उन्होंने चुनाव से हटने की घोषणा करते हुए अपने बेटे सत्यजीत को चुनाव लड़वा रहे है। सत्यजीत तांबे ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया। इसके बाद कांग्रेस ने तांबे को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया। जबकि कांग्रेस ने उनके पिता तथा 18 साल से विधान परिषद सदस्य सुधीर तांबे को भी निलंबित कर दिया था। दरअसल सुधीर तांबे ने नासिक स्नातक सीट से कांग्रेस का उम्मीदवार होने के बावजूद नामांकन पत्र नहीं भरा था।