महाराष्ट्र सरकार के पर्यटन, कौशल विकास और उद्यमिता और महिला एवं बाल विकास मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा के ताजा बयान से नया विवाद खड़ा हो गया है। लोढ़ा के इस बयान की विपक्ष खासतौर पर शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट कड़ी निंदा कर रहा है। इन तमाम आलोचनाओं के बाद मंगलप्रभात लोढ़ा ने अपने बयान पर सफाई दी है।
इस बयान पर हो रहा विवाद
मंगलप्रभात लोढ़ा ने कहा था कि औरंगजेब ने छत्रपति शिवाजी महाराज को क़ैद कर रखा था लेकिन वह स्वराज्य के लिए उससे बाहर निकल आये थे। ठीक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को भी किसी ने क़ैद कर लिया था लेकिन वह महाराष्ट्र के लिए उससे निकलकर आ गए। लोढ़ा के इस बयान की निंदा की जा रही है।
यह भी पढ़ें
‘नदव लैपिड मतलब इजरायल के जितेंद्र आव्हाड’, बीजेपी विधायक अतुल भातखलकर ने कसा तंज
इस बयान पर हो रहा विवाद
मंगलप्रभात लोढ़ा ने कहा था कि औरंगजेब ने छत्रपति शिवाजी महाराज को क़ैद कर रखा था लेकिन वह स्वराज्य के लिए उससे बाहर निकल आये थे। ठीक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को भी किसी ने क़ैद कर लिया था लेकिन वह महाराष्ट्र के लिए उससे निकलकर आ गए। लोढ़ा के इस बयान की निंदा की जा रही है।
आज शिव प्रताप दिवस है। इस मौके पर प्रतापगढ़ में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी मौजूद थे। इस मौके पर बोलते हुए मंगलप्रभात लोढ़ा ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के विद्रोह की तुलना छत्रपति शिवाजी महाराज के आगरा से भागने से की।
उनके इस बयान के बाद विरोधियों की आलोचनाओं की बाढ़ सी आ गई। एनसीपी नेता अजीत पवार, अमोल मिटकरी और शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे ने मंगल प्रभात लोढ़ा के बयान की कड़ी निंदा की। सभी ने एक सूर में कहा कि एकनाथ शिंदे के बगावत की तुलना शिवाजी महाराज के पराक्रम से नहीं की जा सकती है।
मंत्री ने सफाई में क्या कहा?
मंगलप्रभात लोढ़ा ने कहा, मैंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की तुलना छत्रपति शिवाजी महाराज से नहीं की। जो उस समय की घटना हुई थी उससे तुलना की है। मैं उस मामले से केवल समानता दिखाने की कोशिश कर रहा था। बता दें कि इससे पहले राज्यपाल कोश्यारी ने शिवाजी महाराज को पुराने जमाने का हीरो बताया था, जिससे बखेड़ा खड़ा हुआ था।