शिवसेना के मंत्री तानाजी सावंत ने कहा है कि वह कैबिनेट की बैठकों में एनसीपी नेताओं के बगल में बैठते हैं लेकिन बाहर आने के बाद उन्हें उल्टी आने जैसा महसूस होता है। सावंत के इस बयान पर अजित दादा की पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
मुझे एनसीपी से एलर्जी है- सावंत
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री सावंत ने गुरुवार को एक कार्यक्रम में कहा कि वह एक कट्टर शिवसैनिक हैं और एनसीपी के नेताओं के साथ उनकी कभी नहीं बनी। सावंत ने कहा कि उन्हें कांग्रेस और एनसीपी से एलर्जी है। शिवसेना (एकनाथ शिंदे) नेता ने कहा, ‘‘भले ही कैबिनेट बैठकों में हम एक-दूसरे के बगल में बैठते हों, लेकिन बाहर आने के बाद मुझे उल्टी सी आने लगती है।’’ इस टिप्पणी पर एनसीपी प्रवक्ता और विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) अमोल मिटकरी ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने सावंत की आलोचना करते हुए सवाल किया कि गठबंधन को बरकरार रखने की जिम्मेदारी क्या केवल उनकी पार्टी की है।
उन्होंने कहा कि शिवसेना नेता ने पहले भी ऐसी टिप्पणियां की हैं, जिनसे एनसीपी को ठेस पहुंची है। हम सिर्फ गठबंधन धर्म की वजह चुप हैं। अमोल मिटकरी ने कहा, “अब बहुत हो गया… महायुति में सहयोगी दलों द्वारा जो हमारा अपमान किया जा रहा है वह बर्दाश्त के बाहर है।” एनसीपी नेता ने यह भी कहा कि सावंत को उल्टी आने की जो समस्या है उसका इलाज केवल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ही कर सकते हैं।
बता दें कि महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीट पर अक्टूबर या नवंबर में चुनाव कराए जाने की संभावना है। महायुति में एनसीपी के अलावा एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और बीजेपी शामिल हैं। तीनों दलों ने आगामी विधानसभा चुनाव साथ लड़ने की घोषणा की है। सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के तीनों घटक दल आगामी विधानसभा चुनाव के लिए जल्द ही सीट बंटवारे पर बातचीत करने वाले है।