इन यात्राओं का कूटनीतिक क्या फायदा हुआ यह बहस का मुद्दा हो सकता है, लेकिन महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ सरकार में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमो शरद पवार ने यह कहकर नई राजनीतिक बहस छेड़ दी है कि मौजूदा हालात में देश को एक विकल्प की जरूरत है, लेकिन जो भारत में टिक सके।
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राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि देश के कई हिस्सों में भाजपा विरोधी भावनाएं बढ़ रही हैं। लोगों को सत्तारूढ़ भाजपा के एक ऐसे विकल्प की जरूरत है, जो भारत में टिक सके। राकांपा प्रमुख ने यह साफ नहीं किया कि भारत में टिकने वाले विकल्प से उसका क्या आशय है। पवार के इस बयान के तुरंत बाद ही अटकलों का बाजार गर्म हो गया कि उनकी साथी कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी पर यह कटाक्ष तो नहीं जो देश में एनआरसी के लिए हो रहे विरोध के बीच में ही दक्षिण कोरिया की यात्रा पर निकल गए।
मंगलवार को दक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री ली नाक योन से राहुल गांधी ने मुलाकात की थी। राहुल की दक्षिण कोरिया यात्रा को लेकर भाजपा ने भी तंज कसे थे। नागरिकता संशोधन कानून और भाजपा के हर राज्य में एनआरसी को लागू करने की योजना पर पवार ने कहा कि इस बात को लेकर बहस चल रही है कि सीएए न्यायिक समीक्षा में पास होगा या नहीं। इकसे लिए इंतजार करना होगा।