कई मीडिया रिपोर्ट्स में भी सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी जल्द ही पद छोड़ सकते है। हालांकि, राजभवन (Raj Bhavan) ने राज्यपाल के ऐसे किसी कदम से इनकार किया है।
राज्यपाल बनने के बाद से चल रही अनबन
80 वर्षीय कोश्यारी ने 9 सितंबर 2019 को महाराष्ट्र के 22वें राज्यपाल के रूप में पदभार संभाला। तब से उनके साथ महाविकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) के सहयोगी- एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव गुट) की अनबन चल रही है।
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राज्यपाल बनने के बाद से चल रही अनबन
80 वर्षीय कोश्यारी ने 9 सितंबर 2019 को महाराष्ट्र के 22वें राज्यपाल के रूप में पदभार संभाला। तब से उनके साथ महाविकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) के सहयोगी- एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव गुट) की अनबन चल रही है।
भगत सिंह कोश्यारी एक बेहद अनुभवी राजनेता है, जिन्होंने आरएसएस के साथ अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की और बाद में बीजेपी के उपाध्यक्ष बने। उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया था। वह उन दुर्लभ नेताओं में से है, जो विधायक, एमएलसी, लोकसभा सदस्य और राज्यसभा सदस्य रह चुके है।
शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता व संजय राउत ने कहा, “माननीय राज्यपाल ने इस्तीफे की पेशकश की है…बहुत अच्छा है।” राज्यसभा सांसद राउत ने कहा कि शिवसेना द्वारा महाराष्ट्र बंद के आह्वान का असर दिखने लगा है, उन्होंने कहा, “फिर भी महाराष्ट्र के दुश्मनों के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। जय महाराष्ट्र!” हालांकि जब राजभवन से संपर्क किया गया तो पता चला कि इस खबर में कोई सच्चाई नहीं है।
सुप्रिया सुले ने दी प्रतिक्रिया
एनसीपी प्रमुख शरद पवार की बेटी व बारामती से सांसद सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने कहा, “इस्तीफा देने की पेशकश का क्या मतलब है… उन्हें अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को भेजना चाहिए।”
सुप्रिया सुले ने दी प्रतिक्रिया
एनसीपी प्रमुख शरद पवार की बेटी व बारामती से सांसद सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने कहा, “इस्तीफा देने की पेशकश का क्या मतलब है… उन्हें अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को भेजना चाहिए।”
क्या है विवाद?
कभी सावित्रीबाई फुले तो कभी शिवाजी महाराज के गुरुओं पर अपनी टिप्पणी के कारण राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी विवादों में घिर गए। एक महीने पहले भी वे महाराष्ट्र की जनता को कम आंकने वाला बयान देकर विवादों में आ गए थे। हाल ही में कोश्यारी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और वरिष्ठ नेता शरद पवार की तारीफ करते हुए उनकी तुलना सीधे छत्रपति शिवाजी महाराज से कर दी। इस दौरान राज्यपाल ने यह कहते हुए विवादित बयान दे दिया कि छत्रपति शिवाजी पुराने दिनों के आदर्श हैं।
राज्यपाल कोश्यारी ने औरंगाबाद में 19 नवंबर को एक कार्यक्रम में कहा था कि छत्रपति शिवाजी महाराज पुराने जमाने के आदर्श है। जबकि आज के युग के आदर्श और हीरों केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी जैसे नेता है। राज्यपाल के इस बयान को लेकर राजनीतिक दलों ने उनकी कड़ी आलोचना की। जबकि शिवसेना (उद्धव गुट) ने महाराष्ट्र बंद करने की चेतावनी दी है।