महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने राज्य में इस बीमारी पर नियंत्रण के लिए राज्य स्तरीय टास्क फोर्स का भी गठन किया है। इस 12 सदस्यीय टास्क फोर्स का नेतृत्व पुणे के पशुपालन आयुक्त करेंगे। टास्क फोर्स को प्रभावित जिलों के पशुपालन विभाग के अधिकारियों और लंपी त्वचा रोग की वैक्सीन के उत्पादकों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करने के लिए अधिकृत किया गया है।
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महाराष्ट्र पशुपालन विभाग के मुताबिक, राज्य में इस बीमारी से अब तक कुल 42 गाय और भैंस की मौत हो चुकी है। ढेलेदार त्वचा रोग का पहला मामला 4 अगस्त को जलगांव जिले (Jalgaon) के रावेर तालुका (Raver Taluka) के चिनावाल गांव (Chinawal Village) में सामने आया था। वर्तमान में लंपी वायरस से राज्य के कम से कम 280 गांवों के मवेशी संक्रमित हो गए हैं। महाराष्ट्र के जलगांव, अहमदनगर, अकोला, धुले, पुणे, लातूर, औरंगाबाद, बीड, सतारा, बुलडाना, अमरावती, उस्मानाबाद, कोल्हापुर, सांगली, यवतमाल, परभणी, सोलापुर, ठाणे, वाशिम, नासिक और जालना जिलों में जानलेवा रोग फैल चुका हैं।