शिंदे-फडणवीस सरकार का यह निर्णय किसानों के लिए बड़ी राहत है। यहां तक कि किसानों के लिए यह राज्य सरकार का अब तक का सबसे बड़ा फैसला भी कहा जा रहा है। क्योकि सरकार के इस फैसले से किसानों को तत्काल मदद मिलने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। हर साल बेमौसम बारिश और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के कारण किसानों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने दी जानकारी
एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में इस संबंध में फैसला लिया गया। अगर लगातार पांच दिनों तक 10 मिमी से ज्यादा बारिश होती है तो इसे प्राकृतिक आपदा माना जाएगा। कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने कहा कि यह फैसला किसानों के हित में है। लगातार बारिश को प्राकृतिक आपदा माना जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पॉलिसी कैसे तय की जाए और उसके लिए नियम कैसे तय किए जाएं, इस पर चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि इसके लिए कम से कम पांच दिनों तक 10 मिमी बारिश होनी चाहिए।
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कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने दी जानकारी
एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में इस संबंध में फैसला लिया गया। अगर लगातार पांच दिनों तक 10 मिमी से ज्यादा बारिश होती है तो इसे प्राकृतिक आपदा माना जाएगा। कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने कहा कि यह फैसला किसानों के हित में है। लगातार बारिश को प्राकृतिक आपदा माना जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पॉलिसी कैसे तय की जाए और उसके लिए नियम कैसे तय किए जाएं, इस पर चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि इसके लिए कम से कम पांच दिनों तक 10 मिमी बारिश होनी चाहिए।
महाराष्ट्र के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने कहा, बारिश की वजह से किसानों को होने वाले नुकसान को लेकर आज की कैबिनेट बैठक में चर्चा हुई। कैबिनेट की बैठक में लगातार पांच दिनों की बारिश से हुए नुकसान की स्थिति में राहत देने का प्रस्ताव पेश किया गया। चर्चा के बाद इसमें और बदलाव करने का फैसला लिया जाएगा। कुछ मंत्रियों ने इस संबंध में सुझाव दिए हैं। लगातार बारिश से किसानों की फसल पांच दिन के बजाय यदि तीन दिन में खराब होने पर क्या किया जायेगा। इस संबंध में किसानों की प्रतिक्रिया और विपक्षी दलों की राय क्या है, उसपर भी विचार किया जायेगा। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री कुछ ही दिनों में अंतिम निर्णय की घोषणा करेंगे।
65 मिमी से अधिक बारिश पर मिलती थी मदद
मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि यह सरकार द्वारा किसानों के हित में लिया गया फैसला है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने लगातार बारिश को प्राकृतिक आपदा घोषित करने का निर्णय लिया है। मुनगंटीवार ने बताया कि अगर हर दिन बारिश हो और उसमें निरंतरता बनी रहे तो फसल खराब होने की स्थिति में किसानों को आर्थिक मदद दी जाएगी। जिन फसलों के लिए नुकसान के बाद मुआवजा नहीं दिया जाता था, अब उनकी भी नुकसान भरपाई की जाएगी।
मालूम हो कि वर्तमान में 65 मिमी से अधिक बारिश, ओलावृष्टि या बारिश नहीं होने पर किसानों को सरकारी सहायता प्रदान की जाती है। हालांकि अब एकनाथ शिंदे की सरकार ने लगातार बारिश को भी प्राकृतिक आपदा के रूप में शामिल करने का फैसला किया है।