राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में विभाजन के बाद अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी 2 जुलाई 2023 को शिंदे-फडणवीस सरकार में शामिल हुए। उस वक्त हुए कैबिनेट विस्तार में अजित दादा के खेमे के नेताओं को मंत्री बनाया गया था।
अजित दादा ने 2 जुलाई को उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी, जबकि एनसीपी के आठ नेताओं ने मंत्री के तौर पर शपथ ली थी। पवार को वित्त विभाग का प्रभार दिया गया, जबकि उनके खेमें को सहकारिता और कृषि जैसे अहम विभाग मिले।
हालांकि इसके बाद चर्चा थी कि एक और बार कैबिनेट विस्तार होगा। लेकिन 11 महीने बीत जाने के बावजूद फ़ॉर्मूला नहीं बन सका। लोकसभा चुनाव में महायुति गठबंधन के अच्छा प्रदर्शन नहीं करने के चलते कैबिनेट विस्तार की चर्चा फिर जोर पकड़ रही है। ताकि इस साल नवंबर तक होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले महायुति के नेताओं और कार्यकर्ताओं में नया उत्साह लाया जा सके।
युवाओं को मिलेगी कैबिनेट में जगह?
रविवार को दिल्ली में एनडीए सरकार के 72 मंत्रियों ने शपथ ली। लेकिन इसमें एकनाथ शिंदे की शिवसेना को सिर्फ एक राज्य मंत्री पद मिला और अजित पवार गुट को एक भी मंत्री पद नहीं मिला। राजनीतिक हलको में चर्चा है कि राज्य में कैबिनेट विस्तार में बीजेपी इसकी भरपाई करेगी। इसलिए अगले एक से दो सप्ताह में शिंदे कैबिनेट का विस्तार होने की संभावना है। बताया जा रहा है कि इस बार कैबिनेट विस्तार में अच्छा प्रदर्शन नहीं करने वाले मंत्रियों पर गाज गिर सकती है और उन्हें हटाया जा सकता है। बीजेपी कैबिनेट में युवा चेहरों को भी मौका देगी।
वर्षा बंगले पर बड़ी बैठक
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे आज शाम सभी पार्टी सांसदों और विधायकों के साथ अहम बैठक करेंगे। सभी विधायकों के साथ बैठक शाम 6 बजे और सभी सांसदों के साथ शाम 7 बजे वर्षा बंगले में होगी। इस दौरान बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा होगी। साथ ही सीएम शिंदे लोकसभा चुनाव के नतीजे, विधायकों-सांसदों के क्षेत्र में लंबित विकास कार्यों, सहयोगी दलों के बीच समन्वय को लेकर भी चर्चा करेंगे।