बचाव अभियान जारी
जानकारी के मुताबिक, कल दोपहर डेढ़ बजे के करीब डोंबिवली (पूर्व) एमआईडीसी के फेज-दो में स्थित ‘अमुदान केमिकल कंपनी’ के बॉयलर में जोरदार धमाका होने से डोंबिवली शहर हिल गया। इस हादसे में 60 से अधिक लोग जख्मी हुए। घटनास्थल पर एनडीआरएफ, टीडीआरएफ, केडीएमसी, फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीमें मौजूद है और रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। सिविल डिफेंस ऑफिसर बिमल नथवानी ने बताया कि धमाका इतना भीषण था कि कंपन लगभग 5 किमी के दायरे में महसूस हुई। कई घरों की खिड़कियों के शीशे टूट गये। आसपास की कुछ कंपनियों की दिवार ढह गई।
64 जख्मी, कई शव बुरी तरह जले
अधिकारियों ने बताया कि बॉयलर में विस्फोट से आसपास के कई कारखाने प्रभावित हुए और वहां काम करने वाली कई महिलाओं सहित कुल 64 लोग घायल हो गए। उनका छह अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। कुछ घायलों की हालत गंभीर है। कई शव बुरी तरह से जल गए हैं और उनकी शिनाख्त कर पाना मुश्किल हो गया है। बताया जा रहा है कि विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि इलाके की इमारतों की खिड़कियां टूट गईं। बॉयलर के टुकड़े डेढ़ किलोमीटर दूर तक गिरे। कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए है। हादसे के बाद एमआईडीसी इलाके में हर तरफ केमिकल की दुर्गंध आ रही है। पूरे इलाके में भयंकर बदबू फैल गई है।
अवैध था हादसे वाला बॉयलर
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि जो बॉयलर फटा, उसके लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी। पूछताछ में पता चला कि कंपनी में कोई अधिकृत बॉयलर ही नहीं था। इसके बाद पुलिस ने कंपनी के मालिक प्रदीप मेहता और मलय प्रदीप मेहता के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस की कई टीमें जांच में जुटी डोंबिवली की मानपाड़ा पुलिस ने फैक्टरी मालिकों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 304ए (गैर इरादतन हत्या) और विस्फोटक पदार्थों तथा खतरनाक रसायनों से संबंधित कानून की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। मामले की जांच के लिए कई पुलिस टीम बनायीं गई हैं।