महाराष्ट्र विधान परिषद में अजित पवार ने कहा, “19 जुलाई को राज्य के विभिन्न जिलों में बहुत ज्यादा बारिश हुई। यवतमाल, बुलढाणा, वाशिम जिलों में मूसलाधार बारिश हुई। यवतमाल में एनडीआरएफ ने 110 नागरिकों को रेस्क्यू किया। मदद के लिए हेलीकॉप्टर तक बुलानी पड़ी।“
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने आज विधान परिषद में राज्य में बाढ़ की स्थिति पर बयान दिया। इस दौरान उन्होंने तीन बड़ी घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को तत्काल सहायता के तौर पर 10,000 रुपये दिये जायेंगे। जबकि जिसके दुकान भारी बारिश में क्षतिग्रस्त हुए है, उन्हें 50 हजार रूपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। इसके अलावा बाढ़ में मरने वाले नागरिकों के परिजनों को चार लाख रुपये का मुआवजा दिया जायगा।
पवार ने कहा “बुलढाणा जिले में 102 मिलीमीटर बारिश हुई। वहां नदी-नालों में बाढ़ आ गई। वाशिम में 139.7 मिमी बारिश हुई। राहत टीमें विभिन्न जिलों में तैनात की गई हैं। बारिश में मरने वालों के लिए चार लाख की तत्काल राहत राशि की घोषणा की गई है। साथ ही बारिश से प्रभावित फसलों का पंचनामा भी तत्काल करने के निर्देश दिये गये हैं।
अजित पवार ने कहा कि बाढ़ में जिनके घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें 5,000 रुपये की जगह 10,000 रुपये का अनुदान दिया गया है। खतरनाक स्थितियों में रहने वाले नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जायेगा। जहां कृषि भूमि का कटाव हुआ है, वहां का पंचनामा किया जाए और भूमि को पहले जैसा करने की लागत के संबंध में मुआवजा तय करने का निदेश दिया गया है।
मालूम हो कि महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। विदर्भ में दस दिन में बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई, जबकि 4,500 से ज्यादा मकान क्षतिग्रस्त हो गए। मूसलाधार बारिश से 54 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि भी प्रभावित हुई है। भारी बारिश के चलते सिर्फ 53,000 हेक्टेयर कृषि भूमि अमरावती मंडल में प्रभावित हुई है और यहां 2,882 मकान क्षतिग्रस्त हुए है। अमरावती मंडल में 21 जुलाई को एक दिन में चार लोगों की मौत हुई, जिसमें यवतमाल में हुई तीन लोगों की हुई मौत भी शामिल है। अकोला और बुलढाणा में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई।
नागपुर मंडल में 13 जुलाई से अब तक बाढ़, और बिजली गिरने की घटनाओं में 11 लोगों की मौत हुई है। गढ़चिरौली और भंडारा में तीन-तीन, वर्धा और गोंदिया में दो-दो तथा चंद्रपुर में एक व्यक्ति की मौत हुई है। बारिश और बाढ़ से नागपुर मंडल में 875.84 हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान हुआ है।
मालूम हो कि विदर्भ के 11 जिलों को दो मंडल- अमरावती और नागपुर में विभाजित किया गया है। अमरावती मंडल में अमरावती, अकोला, यवतमाल, वाशिम और बुलढाणा शामिल हैं, जबकि नागपुर मंडल में नागपुर, गोंदिया, भंडारा, चंद्रपुर, गढ़चिरौली और वर्धा जिले आते हैं।