रिपोर्ट्स के अनुसार, कांग्रेस के सर्वेक्षण में पता चला है कि शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी राज्य विधानसभा चुनाव में एमवीए में दूसरे स्थान पर रहेगी। सर्वे के मुताबिक, विपक्षी गठबंधन में उद्धव ठाकरे की शिवसेना को सबसे कम सीटें मिलने का अनुमान है।
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चंद महीने में होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने आंतरिक सर्वे कराया है। इसके मुताबिक लोकसभा की तरह ही विधानसभा में भी कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी। सर्वे अनुमान लगाया गया है कि महाराष्ट्र की 288 सीटों में से कांग्रेस की झोली में 85 सीटें आ सकती है। इसके बाद एनसीपी शरद पवार गुट को 55 से 60 सीटें मिलने का अनुमान है। जबकि शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) को 32 से 35 सीटें मिल सकती है। मई में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से 17 पर चुनाव लड़ा था और 13 सीटें जीतने में कामयाब रही। वहीँ, शिवसेना उद्धव गुट ने सबसे ज्यादा 21 सीटों पर चुनाव लड़ा और महज 9 सीटें जीत सकी। जबकि 10 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली शरद पवार की एनसीपी ने 8 सीटों पर जीत का परचम फहराया। कुल मिलकर एमवीए ने राज्य की 48 में से 30 लोकसभा सीटें जीतीं। इसके अलावा सांगली से निर्दलीय सांसद विशाल पाटिल चुनाव लड़कर जीते और वे अब एमवीए के साथ हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो कांग्रेस ने महाराष्ट्र में सिर्फ एक सीट हासिल की थी, लेकिन इस साल 13 सीटें जीत लीं। इससे न सिर्फ कांग्रेस का आत्मविश्वास बढ़ा है, बल्कि उसकी अपने सहयोगियों के साथ बार्गेनिंग पॉवर भी बढ़ी है। कहा जा रहा है कि मुंबई में सीटों को लेकर ठाकरे गुट और कांग्रेस के बीच अभी से खींचतान शुरू हो गई है। सीट बंटवारे पर चर्चा के लिए एमवीए की दो बैठकें हो चुकी हैं।
मुंबई में विधानसभा की 36 सीटें हैं। जिसमें से उद्धव ठाकरे गुट सबसे ज्यादा 20 से 22 सीटों पर चुनाव लड़ने पर अड़ा है, वहीं कांग्रेस भी 18 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने पर जोर दे रही है। इसके अलावा शरद पवार गुट ने भी सात सीटों पर लड़ने का प्रस्ताव दिया है।