महाराष्ट्र में मॉनसून के आगमन के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बाढ़ की रोकथाम के लिए ‘मिलन सबवे’ में बनाये गए भूमिगत स्टोरेज टैंक के प्रभावकारिता की समीक्षा की और कहा कि यह प्रणाली काम कर रही है। शिंदे ने पत्रकारों से कहा, एक घंटे में 70 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई, फिर भी हमने जो प्रणाली विकसित की है वह काम कर रही है। और मिलन सबवे चालू रहा।
पहली बारिश के बाद सड़क पर उतरे CM शिंदे
वहीँ, सीएम शिंदे ने आज ‘मिलन सबवे’ और वर्ली में कोस्टल रोड का दौरा किया और यहां की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने जलजमाव के कारणों को भी जाना। साथ ही संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस क्षेत्र में पानी जमा न होने पाए।
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वहीँ, सीएम शिंदे ने आज ‘मिलन सबवे’ और वर्ली में कोस्टल रोड का दौरा किया और यहां की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने जलजमाव के कारणों को भी जाना। साथ ही संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस क्षेत्र में पानी जमा न होने पाए।
दरअसल मिलन सबवे, हिंदमाता और मुंबई के कुछ अन्य स्थानों पर हर साल बारिश के दौरान पानी भर जाता है। इसलिए जलभराव को रोकने के लिए बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) द्वारा शहर के कई क्षेत्रों में भूमिगत जलाशयों का निर्माण किया है।
खराब काम से बारिश में जनता हुई परेशान तो नपेंगे अधिकारी
सीएम शिंदे ने बीएमसी अधिकारियों को बारिश के दौरान सड़कों के जलमग्न होने से वाहनों की आवाजाही में व्यवधान से बचने के लिए कदम उठाने का भी आदेश दिया। मुख्यमंत्री ने एक फिर चेतावनी दी कि यदि मॉनसून पूर्व काम मानकों के अनुरूप नहीं होंगे और आम जनता को बारिश संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ा तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘कार्य की गुणवत्ता और स्तर से कोई समझौता नहीं किया जायेगा क्योंकि इन कार्यों के लिए जनता का पैसा खर्च होता है।’’
खराब काम से बारिश में जनता हुई परेशान तो नपेंगे अधिकारी
सीएम शिंदे ने बीएमसी अधिकारियों को बारिश के दौरान सड़कों के जलमग्न होने से वाहनों की आवाजाही में व्यवधान से बचने के लिए कदम उठाने का भी आदेश दिया। मुख्यमंत्री ने एक फिर चेतावनी दी कि यदि मॉनसून पूर्व काम मानकों के अनुरूप नहीं होंगे और आम जनता को बारिश संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ा तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘कार्य की गुणवत्ता और स्तर से कोई समझौता नहीं किया जायेगा क्योंकि इन कार्यों के लिए जनता का पैसा खर्च होता है।’’
उद्धव गुट ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
वहीँ, बीएमसी में कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ 1 जुलाई को शिवसेना (यूबीटी) विरोध प्रदर्शन करेगी। शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा, “मुंबई के लोगों को पता है कि मुंबई में जलभराव बीएमसी के भ्रष्टाचार की वजह से होता है। अंधेरी के शिवाजी पार्क इलाके में बारिश की वजह से जलभराव हुआ। अगर बेशर्मी, अक्षमता और भ्रष्टाचार का कोई चेहरा है तो वह (शिंदे) सरकार है। मैंने मुंबई में इतना बड़ा भ्रष्टाचार कभी नहीं देखा।“