जानकारी के मुताबिक, चंद्रपुर के घुग्गस गांव में एक रिहायशी मकान अचानक करीब 70 फीट जमीन में धंस गया। गांव के आमराई वार्ड में चारों ओर कोयले की खदानें हैं और वर्धा नदी भी है। विशेषज्ञ प्रारंभिक निष्कर्ष में कह रहे हैं कि इलाके की भौगोलिक स्थिति के कारण, भूमिगत कोयला खदानों की गुहाएं और बाढ़ के पानी के घुसने के कारण जमीन में हलचल से यह दुर्घटना हुई और घर ढह गया।
इस घटना के बाद इलाके के पचास से अधिक परिवार को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। वेस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड प्रशासन, पुलिस और स्थानीय एजेंसियां इस समय घटनास्थल पर हैं। इस घटना के बाद भूवैज्ञानिक विशेषज्ञ और कोयला खदान के अधिकारी मौके पर पहुंचकर वास्तविक स्थिति का अध्ययन कर रहे है।
जमीन में धंसने वाला घर गजानन मडावी का बताया जा रहा है। शुरुआत में घर में अचानक कंपन होने के बाद मडावी परिवार डर के मारे बाहर निकल आया था, जिस वजह से घटना में जनहानि नहीं हुई। बाद में कुछ ही पलों में पूरा घर 70 फीट जमीन में धंस गया।
इस घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने घटना का वीडियो बना लिया। राज्य के स्वामित्व वाली कोयला कंपनी वेस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड के खनन के कारण क्षेत्र में घर गिरने की कई घटनाएं हुई हैं। हालांकि, किसी घर के इस तरह जमीन में 70 फीट नीचे धंसने का यह पहला मामला है।
स्थानीय विधायक किशोर जोरगेवार ने घटना स्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। जबकि जिला प्रशासन को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है।