जालना, छत्रपति संभाजीनगर, बीड, धाराशिव और नांदेड में जिला प्रशासन ने लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगाया है। बीड, संभाजीनगर और जालना में इंटरनेट सेवाएं ठप हैं। इन सबके बीच सोशल मीडिया पर कई गलत जानकारियां प्रसारित की जा रही है। हाल ही में मराठा आरक्षण को लेकर महाराष्ट्र बंद का आह्वान करने वाली एक पोस्ट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई।
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मराठा आरक्षण की मांग और मनोज जरांगे पाटील के समर्थन में ‘मराठा क्रांति मोर्चा’ ने महाराष्ट्र बंद बुलाया है. हालांकि ये मैसेज अफवाह है, लेकिन इससे लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। हिंसा, आगजनी की बढ़ती घटनाओं के बीच महाराष्ट्र बंद का पोस्ट सोशल मीडिया काफी वायरल हुआ था। हालांकि, मराठा समुदाय की ओर साफ कहा गया कि ऐसा कोई बंद नहीं बुलाया गया है। महाराष्ट्र बंद को लेकर वायरल हो रहे मैसेज पर मराठा समाज ने प्रतिक्रिया दी और बताया कि न तो ‘मराठा क्रांति मोर्चा’ और न ही मनोज जरांगे ने ऐसा कोई आह्वान किया है। पुलिस और प्रशासन ने भी अफवाह न फैलाने की अपील की है।
हालाँकि, महाराष्ट्र बंद का यह वायरल मैसेज पिछले मंगलवार (31 अक्टूबर) के लिए था। चूंकि मराठा आंदोलन अभी भी चल रहा है, इसलिए सोशल मीडिया पर ऐसे और भी फर्जी मैसेज वायरल होने की बहुत संभावना है। इसलिए लोगों से अपील है कि ऐसी अफवाहों पर यकीन न करें।