मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, औरंगाबाद जिले के शेलुद गांव की ग्राम पंचायत के लिए बोली लगाने का मामला सामने आया है। यहां सरपंच व उपसरपंच पद पाने के लिए प्रत्याशियों की तरफ से वोट नहीं बल्कि नोट का इस्तेमाल किया गया। एक तरह से यहां लोकतांत्रिक प्रक्रिया का मजाक बनाया गया है।
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खबरों के मुताबिक, यहां सरपंच, उप-सरपंच और सदस्यों के पदों को पैसों की बोली लगाकर बेचा गया। सरपंच का पद साढ़े चौदह लाख (14.50 लाख) में बिका, जबकि उपसरपंच का पद 4 लाख में तय हुआ। इसके साथ ही 70 हजार से 2 लाख रूपये में सदस्य पद की बोली लगी। इसके लिए बकायदा गांव के मंदिर के सामने ग्राम सभा बुलाई गई और ग्राम पंचायत के पदों की नीलामी की गई। आरोप है कि यहां ग्राम पंचायत के निर्विरोध चुनाव में बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है। हालांकि गांव के नए सरपंच ने नीलामी के आरोपों को गलत बताया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि ग्रामीणों ने नीलामी की बात को सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है।