नागपुर में विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन बीजेपी व शिंदे गुट के विधायकों की मांग पर उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर दिशा सालियान की संदिग्ध मौत की जांच एसआईटी से कराने की घोषणा की। इस दौरान विपक्षी दल के विधायक यह कहते हुए सदन के पटल पर आ गए कि विपक्ष को बोलने नहीं दिया जा रहा है। तभी जयंत पाटिल ने कथित तौर पर विधानसभा अध्यक्ष को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की।
आदित्य ठाकरे ने सरकार पर निशाना साधा
वहीँ, शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के नेता आदित्य ठाकरे ने जयंत पाटिल का बचाव करते हुए शिंदे-फडणवीस सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, ”जैसे फुटबॉल ग्राउंड में बड़े-बड़े खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा घेरने की कोशिश की जाती है, वैसी ही रणनीति पर महाराष्ट्र सरकार चल रही है. उन्होंने जयंत पाटिल को भी निलंबित कर दिया गया है, क्योंकि वे हमसे डरते हैं. मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा।”
यह भी पढ़ें
आफताब की तरह आदित्य ठाकरे का हो नार्को टेस्ट…, नितेश राणे ने किया सनसनीखेज दावा
विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने इसकी निंदा करते हुए कहा, जयंत पाटिल ने विधानसभा अध्यक्ष के बारे में अभद्र भाषा का प्रयोग कर सदन की प्रतिष्ठा को धूमिल किया है। उन्होंने विधानसभा का अपमान किया है। उनकी टिप्पणी को नजरअंदाज करने से गलत संदेश जायेगा।आदित्य ठाकरे ने सरकार पर निशाना साधा
वहीँ, शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के नेता आदित्य ठाकरे ने जयंत पाटिल का बचाव करते हुए शिंदे-फडणवीस सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, ”जैसे फुटबॉल ग्राउंड में बड़े-बड़े खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा घेरने की कोशिश की जाती है, वैसी ही रणनीति पर महाराष्ट्र सरकार चल रही है. उन्होंने जयंत पाटिल को भी निलंबित कर दिया गया है, क्योंकि वे हमसे डरते हैं. मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा।”
जयंत पाटिल ने दी सफाई
वहीँ, पिछले तीन दशक से सदन के सदस्य रहे एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने अपना पक्ष रखते हुए कहा, ”सरकार हमें बोलने का मौका नहीं दे रही थी इसलिए मैंने निर्लज्ज शब्द का इस्तेमाल किया था। अब उन्होंने मुझे निलंबित कर दिया है। इस कार्यवाई की जरुरत नहीं थी।” हालांकि, विपक्ष के नेता अजित पवार ने व्यक्तिगत रूप से इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल होने के लिए माफी मांगी।