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मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए संजय राउत ने कहा, “कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है। यह बीजेपी से भी बड़ी पार्टी है… हम बड़ी पार्टी के साथ क्या बात करें? उनका आलाकमान दिल्ली में है, उनकी बातचीत हो रही है। महाराष्ट्र के सभी नेता हमारे मित्र हैं। बीजेपी एक अंतरराष्ट्रीय पार्टी है, इसलिए उनके साथ हमारी कभी ज्यादा जमी नहीं। हम एक अंतरराष्ट्रीय पार्टी के साथ क्या बात कर सकते हैं?… मैं उन्हें (कांग्रेस) क्या मार्गदर्शन दे सकता हूं? उनके पास बहुत से मार्गदर्शक हैं.. उद्धव ठाकरे जी या मैं उनका मार्गदर्शन करूं यह उचित नहीं है। हम महाराष्ट्र के हित में जमीन पर काम करते हैं। हम राष्ट्रहित को सबसे महत्वपूर्ण मानते हैं।” महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं के रवैये पर बोलते हुए शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा, ”…हम सब सालों से राजनीति में हैं, हर पार्टी को लगता है कि उनके कार्यकर्ताओं को उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए…लेकिन ये गठबंधन है. अपनी भूमिका रखना सबका अधिकार है, लेकिन जब सीट बंटवारे की बात आती है, तो सभी को कुछ त्याग करना पड़ता है और एक कदम पीछे हटना पड़ता है।”
जब उनके पूछा गया कि क्या कांग्रेस गठबंधन में शामिल सहयोगी दलों के लिए कुछ सीटें त्याग करने के लिए तैयार है? तो संजय राउत ने कहा, “यह कुर्बानी की बता नहीं है, यह राष्ट्र हित और महाराष्ट्र के हित की बात है… लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे के दौरान हमने वास्तव में बड़ा दिल दिखाया था, क्योंकि हमें संविधान के दुश्मनों को हराना था, आज हमें महाराष्ट्र में एक भ्रष्ट असंवैधानिक सरकार को सत्ता से हटाना है।“
इस दौरान राज्यसभा सांसद संजय राउत ने साफ तौर पर कहा कि महाविकास अघाड़ी के सीट-बंटवारे के फॉर्मूले पर आज साफ तक फैसला हो जाएगा। उन्होंने कहा, ऐसा कुछ नहीं है कि कांग्रेस की देरी की वजह से सीट बंटवारा अभी तक नहीं हो पाया है। इस मामले को आज शाम तक अंतिम रूप दे दिया जाएगा। कांग्रेस का हाईकमान दिल्ली में है, उनके फैसले दिल्ली में होते हैं… मुझे लगता है कि बहुत अधिक मतभेद नहीं होंगे और हम साथ बैठेंगे और निर्णय लेंगे।”