गढ़चिरौली के एसपी नीलोत्पल (Neelotpal) ने बताया कि आज विश्वसनीय सूचना मिली थी कि नक्सलियों की एक बड़ी टुकड़ी पुलिसबलों पर अटैक करने और पुलिस मुखबिर बताकर आदिवासियों की हत्या करने के इरादे से छत्तीसगढ़ के मोहल्ला मानपुर जिले के अंतिम चौकी गोडलवाही से लगभग 10 किमी दूर बोधिनटोला के पास छत्तीसगढ़ सीमा पर डेरा डाले हुए है। नक्सलियों के निशाने पर सुरक्षा बल और पुलिस मुखबिर थे।
वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इलाके में तलाशी अभियान के लिए तुरंत पुलिस बल को रवाना किया गया। जब पुलिस दल इलाके की तलाशी ले रहे थे, तब नक्सलियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। जिसके बाद पुलिस बलों ने जवाबी कार्रवाई की। करीब एक घंटे तक गोलीबारी चलती रही। बाद में इलाके की तलाशी में दो पुरुष नक्सली के शव बरामद हुए। उनके पास से एक एके-47 राइफल और एक सेल्फ-लोडिंग राइफल (एसएलआर) बरामद हुआ है।
एसपी नीलोत्पल ने बताया कि मारे गए एक नक्लसी की पहचान कसानसुर दलम (नक्सली दस्ता) के डिप्टी कमांडर दुर्गेश वट्टी (Durgesh Watti) के तौर पर की गई। दुर्गेश वट्टी 2019 में जंबुलखेड़ा विस्फोट के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक था। जिसमें गढ़चिरौली पुलिस के 15 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। आगे की कार्रवाई जारी है। क्षेत्र की सघन तलाशी ली जा रही है।
पूर्वी महाराष्ट्र का गडचिरोली जिला नक्सलियों से त्रस्त हैं। नक्सलवाद के लिए इसे रेड कॉरिडोर माना जाता है। सुरक्षाबलों की दबिश के चलते यहां के घने जंगलों में अक्सर नक्सली शरण लेते है।