मुफ्ती इस्माइल अब्दुल खालिक ने कहा है कि ‘वंदे मातरम्’ कहने से देश का सम्मान नहीं बढ़ता है और सरकार को इस तरह का कोई भी आदेश नहीं निकालना चाहिए जो सेक्युलरिज्म की भावना के खिलाफ हो। मुफ्ती इस्माइल अब्दुल खालिक महाराष्ट्र की मालेगांव सेंट्रल सीट से विधायक है।
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बता दें कि महाराष्ट्र के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार के इस आदेश पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए मालेगांव सेंट्रल सीट से विधायक मुफ्ती इस्माइल ने कहा कि हम भारत की पूजा नहीं करते हैं। हम देश की पूजा नहीं करते हैं। वंदे मातरम् बोलने से से देश का सम्मान बढ़ने वाला नहीं है। यह एक धर्मनिरपेक्ष देश है। मंत्री को सभी की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। मंत्री इस तरह का कोई भी आदेश न दें। मुफ्ती इस्माइल ने कहा कि वंदे मातरम् का अर्थ है कि हम आपकी पूजा करते हैं, जबकि इस्लाम के अनुसार हम केवल अल्लाह की पूजा करते है। हम अल्लाह के अलावा किसी और की इबादत नहीं कर सकते है। इस्माइल ने आगे कहाकि हर चीज की एक सीमा होती है। देश की पूजा करना हमारे यहां गलत है। हर किसी का यह व्यक्तिगत मामला है। मैं ये बात धर्म के आधार पर कर रहा हूं। बता दें कि वंदे मातरम् को लेकर पहले भी इस प्रकार के कई विवाद सामने आते रहे हैं।
बता दें कि सुधीर मुनगंटीवार के इस फैसले के बाद विपक्षी दलों ने जमकर विरोध किया। इसके बाद मंगलवार को सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि अधिकारियों के लिए फोन कॉल उठाने के बाद ‘वंदे मातरम्’ कहना जरुरी नहीं है। इसकी जगह अधिकारी राष्ट्रवाद को प्रदर्शित करने वाला अन्य कोई समानार्थी शब्द उपयोग कर सकते है।