शांति प्रिय तरीके से हुआ आन्दोलन
महाराष्ट्र में मुंबई , नागपुर सहित कई ठिकानो अपर गुरूवार को आन्दोलन किए गए . लेकिन सभी शांतिपूर्वक किए गए . कांग्रेस , एनसीपी और कई छात्रसंघ के साथ सामाजिक संगठन के लोग इस आन्दोलन में शामिल थे .
महाराष्ट्र में मुंबई , नागपुर सहित कई ठिकानो अपर गुरूवार को आन्दोलन किए गए . लेकिन सभी शांतिपूर्वक किए गए . कांग्रेस , एनसीपी और कई छात्रसंघ के साथ सामाजिक संगठन के लोग इस आन्दोलन में शामिल थे .
पुलिस ने रही मुस्तैद
जगह जगह शुरू आन्दोलन में हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस ने भी मुस्तैदी दिखाई . मुंबई , सहित महाराष्ट्र में जहाँ भी आन्दोलन हुए बड़ी संख्या में पुलिस उपस्थित थे . प्रदर्शनकारियों पर नजर , ड्रोन , सीसीटीवी आदि के माध्यम से सुरक्षा दृष्टी बनाये रखा . पुलिस विभाग ने इस आन्दोलन को देखते हुए सभी कर्मचारियों की छुट्टिय पहले ही रद्द कर दिया था
जगह जगह शुरू आन्दोलन में हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस ने भी मुस्तैदी दिखाई . मुंबई , सहित महाराष्ट्र में जहाँ भी आन्दोलन हुए बड़ी संख्या में पुलिस उपस्थित थे . प्रदर्शनकारियों पर नजर , ड्रोन , सीसीटीवी आदि के माध्यम से सुरक्षा दृष्टी बनाये रखा . पुलिस विभाग ने इस आन्दोलन को देखते हुए सभी कर्मचारियों की छुट्टिय पहले ही रद्द कर दिया था
भाजपा के प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने इस आन्दोलन को गैर जरुरी आन्दोलन बताते हुए कहा कि जो लोग आन्दोलन कर रहे है वे सभी राजनीत से प्रेरित है . इनमे से ज्यादातर लोगों को उक्त कानून के बारे में जानकारी भी नहीं है , लोग सुनी सुनाई बातों पर भरोसा करते हुए इस आन्दोलन में शामिल हुए है . हमारी लोगों से आग्रह है कि वे पहले उक्त दोनों कानून के बारे में समझे . फिर अपनी राय तय करें . उपाध्ये ने कहा कि प्रधनमंत्री और गृह मंत्री ने पहले ही उक्त कानून को लेकर स्पष्टीकरण दिया है .
—–
एक तरफ जहाँ सीएए ( संसोधन नागरिकता कानून ) तथा एनआरसी (नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटिजन ) कानून के विरोध में गुरूवार को पुरे महाराष्ट्र में जगह जगह विरोध प्रदर्शन किए गए तो वही एबीवीपी( अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्) छात्र संगठन ने उक्त कानून के समर्थन में मोर्चा निकला . पुणे में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर कर उक्त बिल के समर्थन में नारे बाजी किया . पुणे की सडकों पर पहली बार एबीवीपी के कार्यकर्ता उतरे हैं . इसी के साथ अब पुरे देश में एबीवीपी के कार्यकर्ता उक्त कानून के समर्थन में उतरेंगे . एक कार्यकर्ता ने बताया कि यह बिल देश हित में है इससे देश में अवैध रूप से आने वाले बंगलादेशियों पर नियंत्रण हो सकेगा , साथ ही अन्य देशों में जिन लोगों पर अत्याचार हो रहा है ऐसे अल्पसंख्यक समुदाय को भारत में संरक्षण भी मिल सकेगा .
एक तरफ जहाँ सीएए ( संसोधन नागरिकता कानून ) तथा एनआरसी (नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटिजन ) कानून के विरोध में गुरूवार को पुरे महाराष्ट्र में जगह जगह विरोध प्रदर्शन किए गए तो वही एबीवीपी( अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्) छात्र संगठन ने उक्त कानून के समर्थन में मोर्चा निकला . पुणे में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर कर उक्त बिल के समर्थन में नारे बाजी किया . पुणे की सडकों पर पहली बार एबीवीपी के कार्यकर्ता उतरे हैं . इसी के साथ अब पुरे देश में एबीवीपी के कार्यकर्ता उक्त कानून के समर्थन में उतरेंगे . एक कार्यकर्ता ने बताया कि यह बिल देश हित में है इससे देश में अवैध रूप से आने वाले बंगलादेशियों पर नियंत्रण हो सकेगा , साथ ही अन्य देशों में जिन लोगों पर अत्याचार हो रहा है ऐसे अल्पसंख्यक समुदाय को भारत में संरक्षण भी मिल सकेगा .