मुंबई। मुंबई मनपा ने सड़क काम में हुए भ्रष्टाचार और धांधली के चलते जांच कर 6 ठेकेदारों पर एफआईआर दर्ज की। इस सच्चाई को नकारते हुए जिन ठेकेदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई हैं, उनमें से ही आरपीएस इंफ्रा प्रोजेक्ट और जे कुमार को हैंकॉक के अलावा यारी रोड, मीठी नदी और विक्रोली उड्डयनपुल का नया ठेका बहाल करना और गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड इस 1300 करोड़ के काम में दोबारा एफआईआर दर्ज ठेकेदारों में से ही ठेकेदारों पर दिखाई गई। राज्य के लोक आयुक्त एमएल तहलियानी के पास करते ही मंगलवार को सुनवाई रखी हैं, जिसमें मनपा आयुक्त, पुलिस आयुक्त और आजाद मैदान पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक को बुलावा भेजा है। मनपा की भूमिका पर संदेश राज्य के लोक आयुक्त एमएल तहलियानी के पास शिकायत में आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने आश्चर्य व्यक्त किया है कि एक ओर ठेकेदार पर मनपा एफआईआर दर्ज करती हैं, दूसरी तरफ उसी ठेकेदारों को नया ठेका देती है, यह विचित्र मामला हैं। इसके अलावा गोरेगाव-मुलुंड लिंक रोड इस 1300 करोड़ों के काम में भी एफआईआर दर्ज हुए ठेकेदारों पर मनपा मेहरबान है और हाल ही में शॉर्ट लिस्टिंग में उनमें से ही 2 ठेकेदार वैध साबित हुए हैं। एक बार मनपा फंस गई है, जिससे बदनामी होते हुए उसी ठेकेदारों को नया नया काम देने से मनपा की भूमिका पर संदेह हो रहा है।