मुंबई
मुंबई स्थित बीवाईएल नायर हॉस्पिटल में एक महिला डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली है। अपने सीनियर्स की ओर से प्रताडि़त की जाने वाली सेकंड ईयर पीजी छात्रा ने गंदी बातों से तंग आकर मौत को गले लगा लिया। मुंबई के मशहूर नायर हॉस्पिटल में सीनियर्स ने अपने जूनियर को इस कदर परेशान किया कि डॉक्टर पायल सलमान तडवी ने आत्महत्या कर ली, जो महाराष्ट्र के जलगांव की रहने वाली थी। इस मामले पर तीन डॉक्टर हेमा आहूजा, भक्ति महिरे और अंकिता खंडेलवाल पर मामला दर्ज किया गया है।
मुंबई स्थित बीवाईएल नायर हॉस्पिटल में एक महिला डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली है। अपने सीनियर्स की ओर से प्रताडि़त की जाने वाली सेकंड ईयर पीजी छात्रा ने गंदी बातों से तंग आकर मौत को गले लगा लिया। मुंबई के मशहूर नायर हॉस्पिटल में सीनियर्स ने अपने जूनियर को इस कदर परेशान किया कि डॉक्टर पायल सलमान तडवी ने आत्महत्या कर ली, जो महाराष्ट्र के जलगांव की रहने वाली थी। इस मामले पर तीन डॉक्टर हेमा आहूजा, भक्ति महिरे और अंकिता खंडेलवाल पर मामला दर्ज किया गया है।
आरक्षित सीट पर मिला था दाखिला विदित हो कि यह तीनों डॉक्टर अस्पताल के सैकंड ईयर की पीजी छात्रा को उसकी जातिसूचक फब्तियां कसते थे, जिसके चलते 24 वर्षीय महिला डॉक्टर ने मौत को गले लगा लिया। डॉ. पायल डिपार्टमेंट ऑफ गायनेकोलॉजी से पोस्ट ग्रेजुएशन कर रही थी। जानकारी के अनुसार, डॉ. पायल ने अपने तीनों सीनियर्स डॉक्टर के खिलाफ पहले अस्पताल प्रबंधन से शिकायत भी की थी, प्रबंधन की ओर से उचित कार्रवाई न होने पर वह काफी निराश थी। पायल ने इस मामले में अपने पति सलमान और परिवार के अन्य सदस्यों से भी विचार-विमर्श किया था। बता दें कि पायल के पति मुंबई के विले पार्ले स्थित कूपर हॉस्पिटल में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं।
किए थे आपत्तिजनक पोस्ट डॉक्टर पायल के आत्महत्या करने के बाद उसके परिजनों ने भी उसकी डेड बॉडी लेने से मना कर दिया था, जिसके चलते पुलिस को आखिर में केस दर्ज ही करना पड़ा। पुलिस ने इस मामले में धारा 306 और रैगिंग एक्ट 1999 समेत अन्य धाराओं में तीन सीनियर डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज किया है। पायल ने इससे पूर्व महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में चिकित्सक के तौर पर भी काम किया था। इस मामले के उजागर होते ही अब अस्पताल प्रबंधन भी उन तीनों सीनियर डॉक्टर की भूमिकाओं के बारे में जानकारी जुटाने में जुट गया है। वहीं पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि अस्पताल प्रशासन ने उसे सूचना दी थी कि पायल ने अपने हॉस्टल रूम में गले में फंदा लगा आत्महत्या कर ली है। घटना 22 मई की है जिसके बाद कार्रवाई की गई।
वर्जन….
इस मामले में डॉक्टर पायल सलमान की ओर से कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई थी। हालांकि अस्पताल में एंटी रैगिंग टाइप के कई फोरम कार्यरत हैं। अगर मामला पहले सामने आता तो समय रहते कार्रवाई की जा सकती थी। फिलहाल इस मामले की जांच की जा रही है और दोषी पर कार्रवाई होना तय है।
– डॉ. रमेश भारमल, डीन, नायर हॉस्पिटल
इस मामले में डॉक्टर पायल सलमान की ओर से कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई थी। हालांकि अस्पताल में एंटी रैगिंग टाइप के कई फोरम कार्यरत हैं। अगर मामला पहले सामने आता तो समय रहते कार्रवाई की जा सकती थी। फिलहाल इस मामले की जांच की जा रही है और दोषी पर कार्रवाई होना तय है।
– डॉ. रमेश भारमल, डीन, नायर हॉस्पिटल