पिंपरी-चिंचवड के हिंजवडी इलाके में रविवार को ओयो होटल के कमरे में हुई इस वारदात ने कई सवाल खड़े किए है। अब तक की जांच में पता चला है कि इस प्रेम कहानी के खौफनाक अंत की वजह ‘शक’ था। आरोप है कि उत्तर प्रदेश के लखनऊ से आये ऋषभ ने शनिवार रात में वंदना को कई गोलियां मारी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी। इसके बाद वह बड़े आराम से होटल से मुंबई के लिए रवाना हो गया।
जांच में हुए बड़े खुलासे
पुलिस के मुताबिक दोनों के बीच पिछले दस साल से प्रेम संबंध था। दोनों उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के रहने वाले हैं। ऋषभ लखनऊ में था और वंदना बतौर आईटी इंजीनियर पुणे में इंफोसिस में काम करती थी। इस बीच दोनों के रिश्ते में ‘शक के भूत’ की एंट्री हुई और सब कुछ खत्म हो गया।
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जांच में हुए बड़े खुलासे
पुलिस के मुताबिक दोनों के बीच पिछले दस साल से प्रेम संबंध था। दोनों उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के रहने वाले हैं। ऋषभ लखनऊ में था और वंदना बतौर आईटी इंजीनियर पुणे में इंफोसिस में काम करती थी। इस बीच दोनों के रिश्ते में ‘शक के भूत’ की एंट्री हुई और सब कुछ खत्म हो गया।
वंदना पुणे में नौकरी करती थी। जबकि ऋषभ लखनऊ में काम करता था। दोनों का घर लखनऊ में एक ही इलाके में है। इसलिए दोनों कई वर्षों से एक दूसरे को जानते है और रिलेशनशिप में थे। लेकिन कुछ समय से इस लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में शक हावी हो गया। 25 जनवरी को ऋषभ वंदना से मिलने पुणे आया। उसने लक्ष्मी चौक स्थित ओयो होटल में किराये पर कमरा लिया। दोनों दो दिन से वहीं ठहरे थे। कहा जा रहा है कि रविवार उनके बीच तीखी बहस हो गई। इतने में ऋषभ ने वंदना को पांच गोलियां मार दीं। लड़की की मौके पर ही मौत हो गई।
ऋषभ लखनऊ में ब्रोकर का काम करता है। वह रियल एस्टेट कारोबार में दबदबा बनाना चाहता था। इसके लिए उसने 2015 में अपने एक दोस्त से पिस्तौल ली थी।
ताबड़तोड़ फायरिंग, नहीं लगी किसी को भनक
ऋषभ ने वंदना को पांच गोलियां मारीं। फिर वह चुपचाप होटल से निकल गया। ऋषभ कमरे से जाते हुए सीसीटीवी में भी कैद हो गया। ऋषभ और वंदना में विवाद क्यों हुआ? बंदूक कहां से आई? आखिर दोनों के बीच उस रात क्या हुआ? पुलिस इसकी जांच कर रही है। लेकिन पांच गोलियां चलने के बाद भी होटल में कोई आवाज क्यों नहीं हुई? किसी को गोलीबारी की भनक कैसे नहीं लगी? इसे लेकर हैरानी जताई जा रही है।
मुंबई पुलिस ने दबोचा
वंदना को मौत के घाट उतारने के बाद ऋषभ मौके से भाग जाता है। उधर, हत्या की जानकारी मिलने के बाद हिंजवडी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अस्पताल भेजती है। इधर ऋषभ तुरंत पुणे छोड़कर मुंबई भाग जाता है। पुणे पुलिस ने तुरंत मुंबई पुलिस को ऋषभ के बारे में जानकारी दी। चेकिंग के दौरान मुंबई पुलिस ने ऋषभ को गिरफ्तार कर लिया और हिंजवडी पुलिस को सौंप दिया। उसके पास से एक पिस्तौल बरामद हुई है। अधिकारियों ने बताया कि ऋषभ निगम ने अपराध कबूल कर लिया है। वंदना द्विवेदी के परिजन भी आ गए है। मामले की आगे की जांच जारी है।
ताबड़तोड़ फायरिंग, नहीं लगी किसी को भनक
ऋषभ ने वंदना को पांच गोलियां मारीं। फिर वह चुपचाप होटल से निकल गया। ऋषभ कमरे से जाते हुए सीसीटीवी में भी कैद हो गया। ऋषभ और वंदना में विवाद क्यों हुआ? बंदूक कहां से आई? आखिर दोनों के बीच उस रात क्या हुआ? पुलिस इसकी जांच कर रही है। लेकिन पांच गोलियां चलने के बाद भी होटल में कोई आवाज क्यों नहीं हुई? किसी को गोलीबारी की भनक कैसे नहीं लगी? इसे लेकर हैरानी जताई जा रही है।
मुंबई पुलिस ने दबोचा
वंदना को मौत के घाट उतारने के बाद ऋषभ मौके से भाग जाता है। उधर, हत्या की जानकारी मिलने के बाद हिंजवडी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अस्पताल भेजती है। इधर ऋषभ तुरंत पुणे छोड़कर मुंबई भाग जाता है। पुणे पुलिस ने तुरंत मुंबई पुलिस को ऋषभ के बारे में जानकारी दी। चेकिंग के दौरान मुंबई पुलिस ने ऋषभ को गिरफ्तार कर लिया और हिंजवडी पुलिस को सौंप दिया। उसके पास से एक पिस्तौल बरामद हुई है। अधिकारियों ने बताया कि ऋषभ निगम ने अपराध कबूल कर लिया है। वंदना द्विवेदी के परिजन भी आ गए है। मामले की आगे की जांच जारी है।