प्रिया सिंह ने कहा कि कल रात कुछ पुलिसवाले उनके पास आये थे। उन्होंने किसी कागज पर मुझे हस्ताक्षर करने के लिए दबाव डाला। मैंने मना कर दिया, क्योंकि उस वक्त मेरे साथ कोई नहीं था। मेरे परिवार का कोई सदस्य नहीं था और न ही मेरी वकील साथ थी। पुलिसकर्मियों ने मुझे कागजों पर हस्ताक्षर करवाने के लिए काफी दबाव बनाया, लेकिन मैंने उनकी नहीं सुनी। जब मेरे हस्ताक्षर नहीं किया तो वे गुस्से में वहां से चले गये।
न्याय की गुहार लगाते हुए मुंबई में रहने वाली 26 साल की प्रिया सिंह ने कहा, मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर पूरा भरोसा है। मुझे बस न्याय चाहिए। सिंह का फिलहाल अस्पताल में इलाज चल रहा है। इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर पर प्रिया सिंह के लाखों फॉलोअर हैं।
इस मामले में डीसीपी अमर सिंह जाधव की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया गया है। पुलिस ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के बेटे अश्वजीत अनिल गायकवाड़ और दो अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। प्रिया सिंह ने आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है। लेकिन, पुलिस ने इससे इनकार कर दिया है।
प्रिया सिंह और अश्वजीत गायकवाड़ साढ़े चार साल से रिलेशनशिप में हैं। 11 दिसंबर को देर रात प्रिया सिंह अपने बॉयफ्रेंड से ठाणे के घोडबंदर इलाके मे स्थित एक हॉटल के पास मिलने गई। इस दौरान अश्वजीत की पत्नी उसके साथ थी। जिसके बाद उनमें झगड़ा हुआ और प्रिया सिंह पर आरोपियों ने कथित तौर पर एसयूवी चढ़ा दी। प्रिया सिंह का कहना है कि अश्वजीत गायकवाड़ ने शादीशुदा होने की बात छिपाकर उनके साथ रिश्ता बनाए रखा।
अश्वजीत वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अनिल गायकवाड़ के बेटे है, जो वर्तमान में महाराष्ट्र स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (MSRDC) के उपाध्यक्ष और मैनेजिंग डायरेक्टर है। अश्वजीज भी ठाणे बीजेपी का पदाधिकारी बताया जा रहा हैं। प्रिया सिंह का आरोप है कि मामला बड़े अधिकारी से जुड़ा होने की वजह से पुलिस कार्रवाई करने से आनाकानी कर रही है। साथ ही अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं होने से पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं।