उल्लेखनीय है कि इन बढ़ती शिकायतों के मद्देनजर प्रशासन ने कॉम्प्लेक्स में लावारिश और छुट्टा मवेशियों के प्रबंधन की व्यवस्था की है। वहीं विद्यार्थी कल्याण विभागा के प्रा. तपनेंदू कुंडू की अध्यक्षता में प्रोफेसरों की एक समिति स्थापित की गई, जिसके बाद समिति ने कई बैठकें कीं। बैठक ने यह विचार व्यक्त किया कि अधिकांश निवासियों ने महसूस किया कि संगठन की गायों को बाहर नहीं जाने देना चाहिए। इसलिए समिति परिसर में ही गायों को संभालने के लिए तैयार है। इसके लिए समिति ने आठ नंबर छात्रावास के पीछे खाली जगह के आरक्षण की सलाह दी है।
– गायों की निगरानी के लिए गायों पर जीपीएस ट्रैकर लगाया जाएगा, जिससे सुरक्षा गार्ड और सार्वजनिक स्वास्थ्य कर्मियों को पता चल सकेगा कि वे कहां हैं।
– कुछ लोगों को गायों की देखभाल के लिए नियुक्त किया जाएगा।
– लोगों की सुरक्षा के लिए काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं को नियुक्त करने का भी सुझाव दिया गया है।
– गायों को उनका सही स्थान दिलाने के लिए गौशाला स्थापित करने का भी निर्देश दिया गया है।