गुजरात के उदवाडा से मुंबई लौटते समय चार सितंबर को टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष मिस्त्री की मर्सडीज कार मुंबई-अहमदाबाद हाइवे पर पालघर जिले में चारोटी के पास सूर्या नदी के पुल पर डिवाइडर से टकरा गई थी। कार में सवार चार में से दो लोगों की मौत हो गई। कार चालक डॉ. अनाहिता पंडोले व उनके पति डैरियस जख्मी हैं। आरटीओ ने जो रिपोर्ट दी है, इसमें पिछली सीट के एयरबैग्स खुलने की पुष्टि नहीं की गई है। मर्सडीज की भारतीय इकाई ने दुर्घटनाग्रस्त कार का इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल मॉड्यूल (चिप) विश्लेषण के लिए जर्मनी भेजा है। इसके विश्लेषण से पता चल सकता है कि हादसा ब्रेक फेल या कम ब्रेक फ्लुइड की वजह से तो नहीं हुआ।
महज 100 किमी/घंटा की रफ्तार थी
मर्सडीज की ओर से जो अंतरिम रिपोर्ट दी गई है उसके मुताबिक हादसे से पांच सेकेंड पहले ड्राइवर ने ब्रेक लगाई थी तब कार 100 किमी/घंटा की रफ्तार में थी। दुर्घटना के समय मिस्त्री की कार की स्पीड 89 किमी/प्रति घंटा था। मर्सडीज की यह कार काफी सुरक्षित मानी जाती है। मिस्त्री की मौत के बाद इसके सिक्युरिटी फीचर्स सवालों के घेरे में हैं।