जानकारी के मुताबिक, इस घटना के बाद महिला के परिजन भड़क गए और उन्होंने पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर से शिकायत कर दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में एक जांच कमेटी भी नियुक्त की गई है।
बीड तालुका की एक महिला को 9 नवंबर को डिलीवरी के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 10 नवंबर को आधी रात में महिला को सी-सेक्शन ऑपरेशन के लिए ले जाया गया। इस दौरान डॉक्टरों की लापरवाही के कारण महिला की आंत में जख्म हो गया। अगले ही दिन महिला को तकलीफ होने लगी और उसका पेट सूज गया।
परेशानी बढ़ने पर महिला के रिश्तेदार उसे एक निजी अस्पताल में ले गए। जहां महिला की सोनोग्राफी के बाद साफ हो गया कि उसकी आंत में छेद हो गया है। इससे महिला के परिजनों को गहरा धक्का लगा। आक्रामक परिजन सरकारी अस्पताल पहुंचे। बाद में पुलिस के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ।
परिजनों का कहना है कि डॉक्टर की लापरवाही से महिला मरीज की तकलीफ बढ़ी। निजी अस्पताल में महिला की सर्जरी करवानी पड़ी, जिसमें तीन लाख रुपये खर्च हुए। इसलिए दोषी डॉक्टरों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
मंगलवार को परिजन जिला अस्पताल पहुंचे और नाराजगी जताई। इस दौरान अस्पताल में भारी भीड़ जमा होने पर बीड शहर की पुलिस भी अस्पताल पहुंची। परिजन इस मांग पर अड़े थे कि लापरवाह डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई की जाये। इसके बाद एक जांच समिति नियुक्त की गई है। अभी मामले की जांच जारी है।