रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना दिल्ली जाने वाली वास्को डी गामा-हजरत निजामुद्दीन गोवा एक्सप्रेस (Vasco da Gama-Hajarat Nizamuddin Goa Express) के यात्रियों के साथ गुरुवार को घटी। दरअसल गोवा एक्सप्रेस ट्रेन को परिवर्तित मार्ग से चलाया जा रहा है, जिस वजह से ट्रेन निर्धारित समय सुबह 10.35 बजे से 90 मिनट पहले 9.05 बजे ही मनमाड जंक्शन (Manmad Junction) पहुंच गई।
एक अधिकारी ने बताया कि जब गोवा एक्सप्रेस के यात्री ट्रेन पकड़ने के लिए सुबह करीब 9.45 बजे मनमाड स्टेशन पहुंचे, तो उन्हें अपनी ट्रेन के छूटने के बारे में पता चला। ट्रेन स्टेशन पर पांच मिनट ही रुकी और 45 यात्रियों को लिए बिना मनमाड स्टेशन से रवाना हो गई। इसके बाद परेशान यात्री स्टेशन प्रबंधक के कार्यालय गए और वैकल्पिक व्यवस्था की मांग की।
रेलवे प्रशासन ने बाद में प्रभावित यात्रियों को गीतांजलि एक्सप्रेस (Gitanjali Express) में बिठाया। हालांकि गीतांजलि एक्सप्रेस का ठहराव न होने के बावजूद उसे मनमाड स्टेशन पर रोका गया। इसके बाद यात्री जलगांव (Jalgaon) स्टेशन पहुंचे, जहां गोवा एक्सप्रेस को रुकवाया गया था. मनमाड स्टेशन पर छूटे हुए यात्री जब गोवा एक्सप्रेस में चढ़े तो उसे जलगांव से रवाना किया गया।
मध्य रेलवे (Central Railway) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ शिवराज मानसपुरे (Shivraj Manaspure) ने बताया कि यह रेलवे कर्मचारियों की गलती से हुआ है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि गोवा एक्सप्रेस अपने तय समय से पहले मनमाड इसीलिए पहुंची, क्योंकि इसका नियमित रूट बेलगामी-मिराज-दौंड (Belgami-Miraj-Daund Route) है, जिसे बदल कर रोहा-कल्याण-नासिक रोड (Roha-Kalyan-Nashik Road Route) किया गया था। इस मामले की जांच चल रही है।