इस बीच नवी मुंबई के सीवुड्स ग्रैंड सेंट्रल मॉल के भीतर स्नोवर्ल्ड में बर्फ से भगवान गणेश की मूर्ति बनाई गई है। इस मूर्ति को -10 डिग्री की बेहद ठंडे वातावरण में करीब चार मूर्तिकारों ने मिलकर बनाया है। इस मूर्ति को बनाने के लिए 400 किलो बर्फ का इस्तेमाल किया गया है। इस मूर्ति को बनाने में करीब 12 दिन लगे है।
बता दें कि स्नोवर्ल्ड के प्रबंधक ने बताया कि यहां सामान्य तरीके से भगवान गणेश की पूजा की जाती है। 10 दिनों तक पूजा करने के बाद इस मूर्ति का विसर्जन पास के कृत्रिम तालाब में किया जाएगा। ये गणेश जी की मूर्ति पर्यावरण हितैषी है। समाज में पर्यावरण हितौषी मूर्तियों को बढ़ाना देने के लिए ये शानदार पहल स्नोवर्ल्ड की तरफ से किया गया है। ये मूर्ति सांचे नहीं नहीं बनाई गई है। ये हाथ से बनाई हुई मूर्ति है। इस मूर्ति में किसी भी प्रकार का कोई केमिकल इस्तेमाल नहीं किया गया है।
बता दें कि स्नोवर्ल्ड के प्रबंधक ने आगे बताया कि ये 6 फीट की मूर्ति है। ये नेचुरल स्नो से बनाई हुई मूर्ति है। इससे किसी को कोई दिक्कत नहीं होगा। इस डेकोरेशन बाम्बू और गोनी से किया गया है। इससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होगा। हम लोगों तक यही संदेश पहुचाना चाहते है कि हमें पर्यावरण का ख्याल रखना चाहिए। ये 100 प्रतिशत इको-फ्रेंडली गणपति है।
गणेश चतुर्थी का त्योहार भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से प्रारंभ होकर अगले 10 दिनों तक मनाया जाता है। अंतिम दिन चतुर्दशी के दिन भगवान गणेश की विधिवत पूजा के बाद उनका विसर्जन करते हैं। पंचांग के मुताबिक, इस बार गणेश चतुर्थी 31 अगस्त को है।