पिछले एक साल में राज्य की राजनीति में बड़ी उथल-पुथल हुई है। सबसे पहले शिवसेना में बगावत हुई। इसके बाद शिंदे गुट और बीजेपी ने राज्य में सरकार बनाई। इस सरकार के एक साल पूरे होते ही एनसीपी में फूट पड़ गई और एनसीपी का एक धड़ा सत्ता में शामिल हो गया। इससे एकनाथ शिंदे खेमे के कई विधायकों को तगड़ा झटका लगा, क्योकि उनके हिस्से के कुछ मंत्री पद एनसीपी नेताओं को मिल गए। जिससे शिंदे गुट के कई विधायकों खफा हो गए है।
‘मंत्री पद पाने वालों की लिस्ट में सबसे ऊपर था नाम’
इसी तरह मंत्री पद की कतार में शामिल शिवसेना विधायक भरत गोगावले (Bharat Gogawale) ने शिंदे सरकार के पहले कैबिनेट विस्तार को लेकर एक मजेदार किस्सा सुनाया है। अलीबाग में एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें अब तक मंत्री पद से वंचित रहना पड़ रहा है।
यह भी पढ़ें
NCP: शरद पवार या अजित दादा गुट? किसके होंगे विधायक नवाब मलिक, सामने आई बड़ी खबर
‘मंत्री पद पाने वालों की लिस्ट में सबसे ऊपर था नाम’
इसी तरह मंत्री पद की कतार में शामिल शिवसेना विधायक भरत गोगावले (Bharat Gogawale) ने शिंदे सरकार के पहले कैबिनेट विस्तार को लेकर एक मजेदार किस्सा सुनाया है। अलीबाग में एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें अब तक मंत्री पद से वंचित रहना पड़ रहा है।
भरत गोगावले ने कहा, ‘मैं मंत्री पद पाने वालों में सबसे ऊपर था, लेकिन जब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मुसीबत में पड़ गए तो मैं पीछे हट गया।’ इस दौरान उन्होंने खुलासा किया कि कैसे राजनीतिक पर्दे के पीछे लोगों को मंत्री पद दिए गए।
‘एक ने कहा मंत्री नहीं बन तो पत्नी आत्महत्या कर लेगी’
‘एक ने कहा मंत्री नहीं बन तो पत्नी आत्महत्या कर लेगी’
महाड से विधायक भरत गोगावले ने आगे कहा, ‘पहली नौ लिस्ट में मुझे मंत्री पद मिलने वाला था, लेकिन हमारे एक साथी विधायक ने मुझसे कहा कि अगर मुझे मंत्री पद नहीं दिया गया तो मेरी पत्नी आत्महत्या कर लेगी। जबकि एक अन्य विधायक ने कहा कि नारायण राणे मुझे जीने नहीं देंगे, मेरी राजनीति खत्म कर देंगे। तीसरे ने कहा कि अगर मुझे मंत्री पद नहीं मिला तो मैं शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद इस्तीफा दे दूंगा। इससे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मुश्किल में पड़ गए। इसलिए मुझे अभी तक मंत्री पद के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।‘
‘अपनी बारी का इंतजार कर रहां हूं’
गोगावले ने आगे कहा कि ‘मैंने एक को फोन किया और कहा कि आपके संभाजीनगर में पांच में से दो को मंत्री पद दिया गया है। इतनी जल्दी क्या है? इसके बाद वह मंत्री पद नहीं लेने के लिए राजी हुआ। लेकिन हम तब से अब तक रुके हुए हैं। तब सभी विधायकों ने हमारी तारीफ की, लेकिन अब मुझ पर गुस्सा हो रहे हैं।’
‘अपनी बारी का इंतजार कर रहां हूं’
गोगावले ने आगे कहा कि ‘मैंने एक को फोन किया और कहा कि आपके संभाजीनगर में पांच में से दो को मंत्री पद दिया गया है। इतनी जल्दी क्या है? इसके बाद वह मंत्री पद नहीं लेने के लिए राजी हुआ। लेकिन हम तब से अब तक रुके हुए हैं। तब सभी विधायकों ने हमारी तारीफ की, लेकिन अब मुझ पर गुस्सा हो रहे हैं।’
गोगावले ने खुलासा किया कि शपथ ग्रहण से एक दिन पहले एकनाथ शिंदे ने सभी विधायकों को स्थिती समझाने के लिए बुलाया था। उन्होंने कहा कि वह अब भी मंत्री बनने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।